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    Jammu Kashmir: महाराजा हरि सिंह पर टिप्पणी से गर्माया बजट सत्र, उमर अब्दुल्ला बोले- डिप्टी सीएम ने नहीं किया अपमान

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा में महाराजा हरि सिंह के अपमान के मुद्दे पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी महाराजा जी का अपमान नहीं किया। उमर ने कहा कि महाराजा ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनकी जमीनें और नौकरियां दी थीं लेकिन अब आपने यह सब कुछ छीन लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगस वैली को भी अपग्रेड किया जा रहा है।

    By Jagran News Edited By: Suprabha Saxena Updated: Fri, 07 Mar 2025 02:47 PM (IST)
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    विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। महाराजा हरि सिंह के अपमान के मुद्दे पर पिछले तीन दिन से विधानसभा और इसके बाहर मचे हंगामे के बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला गुरुवार को भाजपा पर हमलावर दिखे। उन्होंने भाजपा के आरोपों पर प्रत्यारोप लगाते हुए जोर देकर कहा कि उन्होंने कभी भी महाराजा जी का अपमान नहीं किया।

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    जम्मू-कश्मीर में उनके अलावा कांग्रेस व पीडीपी की सरकार रही लेकिन कभी किसी ने महाराजा का अपमान नहीं किया। भाजपा पर निशाना साधते हुए उमर ने कहा कि महाराजा जी के नाम पर बने पार्क, अस्पताल व सड़कों का क्या किसी ने कोई नाम बदला?

    उमर ने कहा कि हमने हमेशा महाराजा जी का सम्मान किया, महाराजा ने हमें विरासत में जम्मू-कश्मीर की रियासत दी थी और उसे खत्म करके आपने महाराजा का अपमान किया है। उमर ने कहा कि महाराजा ने विरासत में जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनकी जमीनें व नौकरियां दी थी, आपने यह सब छीन लिया।

    जम्मू से अच्छा हिमाचल प्रदेश बोले उमर

    आज जम्मू-कश्मीर से अच्छा तो हिमाचल प्रदेश है जहां उद्योग लगाने पर 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को देना पड़ता है। यहां इस व्यवस्था को आपने समाप्त किया। वास्तव में अगर किसी ने महाराजा का अपमान किया है तो वो आप लोग हैं।

    यह भी पढ़ें- Article 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर का पहला बजट पेश, CM उमर अब्दुल्ला ने की ये 15 बड़ी घोषणाएं

    उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने भाषण में मुख्यमंत्री उमर ने कहा कि चर्चा के दौरान बड़े दावे किए गए कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह किया, वो किया गया।

    एम्स लाए, रिंग रोड बनाया, आइआइएम, आइआइटी लाया, रेल श्रीनगर पहुंच रही है। उमर ने कहा कि भाजपा मुझे बताए कि इनमें से ऐसा कौन सा प्रोजेक्ट था, जो 370 के रहते मुमकिन नहीं था।

    बंगस वैली को किया जा रहा है अपग्रेड

    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार कश्मीर की बंगस वैली पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। बंगस वैली में सारी जमीन वन विभाग की है। ऐसे में वन विभाग की क्लीयरेंस मिलते ही वहां पर बुनियादी ढांचा विकसित करने की दिशा में काम होगा।

    विधानसभा में विधायक शेख खुर्शीद द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि बंगस वैली के विकास के लिए जारी वित्त वर्ष 30 लाख रुपये आवंटित किए हैं। इनमें से 24 लाख रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं।

    उन्होंने कहा कि वंगस वैली में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय लोगों के लिए आजीविका के साधन भी पैदा करने के प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों को लाने के लिए बंगस वैली में शौचालय आदि बनाना जरूरी हैं। ऐसे में बुनियादी ढांचे के विकास का मामला कुपवाड़ा के डिप्टी कमिश्नर से उठाया गया है। उनसे कहा गया है कि वह इसी जमीन चिन्हित करें जो बुनियादी ढांचा विकसित करने के काम आ सकती हो।

    जो आतंक बढ़ा है, उसके लिए कौन जिम्मेदार गुज्जरों को राजनीतिक आरक्षण देने के मुद्दे पर उमर ने कहा कि पहले विधानसभा में समुदाय के नौ सदस्य थे जो अब कम होकर छह रह गए हैं। यहां चर्चा हुई कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकवाद कम हुआ।

    भाजपा विधायक शक्ति परिहार ने कहा कि 370 हटने के कारण आतंक कम हुआ लेकिन उनके नेता सुनील शर्मा कहते है कि जम्मू-कश्मीर में आतंक के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। अगर पाकिस्तान जिम्मेदार है तो 370 का क्या लेना-देना है। 370 हटने के बाद जम्मू संभाग में जो आतंक बढ़ा है, उसके लिए कौन जिम्मेदार है? उमर ने कहा कि उन्होंने जम्मू, रियासी, राजौरी-पुंछ जैसे क्षेत्रों को आतंकवाद मुक्त किया था लेकिन अब तो ये क्षेत्र भी सुरक्षित नहीं रहे। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

    पीएसए के तहत क्यों बंद रखते हो

    पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत 400 से अधिक लोगों को जेलों में बंद किए जाने के मुद्दे पर उमर ने कहा कि अगर उनका कोई कसूर है तो उनके खिलाफ जांच पूरी करके चार्जशीट पेश की जाए और जेल भेजा जाए, उन्हें सालों से पीएसए के तहत क्यों बंद रखते हो? इससे साफ है कि आपके पास इनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं है।

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