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    Independence Day 2023: 15 अगस्त के मौके पर सेना ने कुपवाड़ा में पुल बनाकर स्वतंत्रता दिवस का दिया उपहार

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Tue, 15 Aug 2023 02:52 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में सेना ने उत्तरी कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर आखिरी गांव दन्ना गांव के स्थानीय लोगों को मच्छल नाला पर एक पुल समर्पित करके स्वतंत्रता दिवस का उपहारl 115 फीट लंबे पुल का नाम वीर चक्र स्वर्गीय मेजर भगत सिंह की याद में भगत ब्रिज रखा गया है जिन्होंने 1965 के युद्ध में इस क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

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    Independence Day: 15 अगस्त के मौके पर सेना ने कुपवाड़ा में पुल बना कर स्वतंत्रता दिवस का दिया उपहार

    जम्मू, जागरण संवाददाता। सेना ने उत्तरी कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर आखिरी गांव दन्ना गांव के स्थानीय लोगों को मच्छल नाला पर एक पुल समर्पित करके "स्वतंत्रता दिवस का उपहारl

    115 फीट लंबे पुल का नाम वीर चक्र स्वर्गीय मेजर भगत सिंह (Martyr Major Bhagwat Singh) की याद में भगत ब्रिज रखा गया है, जिन्होंने 1965 के युद्ध में इस क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। दन्ना गांव को भारत के वीर सपूत की याद में भगत गांव के नाम से भी जाना जाता।

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    दो महीनों में तैयार किया पुल 

    स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में नब्बे वर्षीय 1971 युद्ध के अनुभवी और क्षेत्र के गौरवान्वित निवासी सिपाही मियां गुल खान द्वारा रिबन काटा गया। पुल का निर्माण भारतीय सेना के इंजीनियरों के कठिन प्रयासों से किया गया है, जिन्होंने माछल नाला पर सड़क और पुल की कमी से संबंधित कठिनाइयों से स्थानीय लोगों को राहत प्रदान करने के लिए लगातार बारिश और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद दो महीने तक लगातार मेहनत की।

    भारतीय सेना को दिल से दिया धन्यवाद

    सेना के अनुसार यह पुल जम्मू-कश्मीर के लोगों के प्रति भारतीय सेना की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैl सात गांवों के बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया, जिन्हें पुल के निर्माण से लाभ हुआ। स्थानीय लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने और बीमारों और बुजुर्गों को आने-जाने में सुविधा प्रदान करके उनका समर्थन करने के लिए भारतीय सेना को दिल से धन्यवाद दिया। उन्हें यह भी उम्मीद थी कि इससे पर्यटक उनके प्राचीन क्षेत्र में आएंगे।