Jammu Kashmir Budget: जम्मू-कश्मीर के बजट में गरीब परिवार की बेटियों को तोहफा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर दी ये सौगात
जम्मू-कश्मीर के अंतरिम बजट 2024-25 में गरीब परिवार की बेटियों को सरकार ने तोहफा दिया है। इसके तहत बीपीएल छात्राओं को पांच हजार रुपये की छात्रवृत्ति दे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अंतरिम बजट 2024-25 में गरीब परिवार की बेटियों को सरकार ने तोहफा दिया है। सरकार ने बेटी अनमोल योजना के तहत बीएपीएल परिवार की छात्राओं को पांच हजार रुपये प्रति छात्र की दर से छात्रवृति देने का फैसला किया है। यह छात्रवृति गरीब परिवार की बेटियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करेगी जो आगे चलकर उन्हें बेहतर भविष्य देगा।
वहीं, बीपीएल परिवार की छात्राओं को छात्रवृति दिए जाने के फैसले का स्वागत भी होने लगा है। जम्मू-कश्मीर टीचर्स फोरम के प्रांतीय प्रधान कुलदीप सिंह बंदराल का कहना है कि बेटी अनमोल योजना के तहत दी जाने वाली यह छात्रवृति गरीब परिवार की बच्चियों की जिंदगी बदल देगी। प्रदेश में बच्चों के स्कूल छोड़ने में लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक रहती है जो स्कूल छोड़ने वाली अधिकतर बच्चियों के पीछे का कारण घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होना ही रहता है।
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बीपीएल छात्राओं को पांच हजार रुपये छात्रवृति
कई बार जब इन बच्चियों के घरों में जाकर उन्हें स्कूल लाने का प्रयास किया जाता है लेकिन उनके माता-पिता आर्थिक तंगहाली का हवाला देते हैं। बीपीएल परिवार की छात्रों को छात्रवृति प्रदेश में सही मायने में शिक्षा के अधिकार को पूर्ण करेगी। वहीं, समाजसेवी केवल शर्मा का कहना है कि बीपीएल परिवार के लिए पांच हजार रुपये भी बहुत बड़ी राशि है।इस राशि से बच्चियों की पढ़ाई का खर्च परिवार उठा सकेगा। उन्होंने कहा कि छात्रवृति देने के लिए औपचारिकताओं को सीमित रखा जाए तक परिवार इसे पूरा कर सके।
साढ़े तीन लाख वयस्कों को बनाया जाएगा साक्षर
जम्मू कश्मीर का अंतरिम बजट प्रदेश में साक्षरता दर को बढ़ाने का सपना लेकर आया है। इस बार बजट में व्यस्कों को साक्षर बनाने का लक्ष्य भी तय किया गया है और न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम के तहत साढ़े तीन लाख व्यस्कों को साक्षर बनाने का लक्ष्य बजट में तय किया गया है।
जम्मू कश्मीर में मौजूदा समय 68.74 प्रतिशत साक्षरता दर है जिनमें पुरुषों की साक्षरता दर 78.26 प्रतिशत जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 58.01 प्रतिशत है। सरकार ने जम्मू कश्मीर में व्यस्क साक्षरता को बढ़ाने का विचार करते हुए इस सत्तर प्रतिशत से ऊपर ले जाने का प्रयास इस बार अंतरिम बजट में किया है। जम्मू कश्मीर में कुल आबादी 156 करोड़ है और इस आबादी में से सत्तर प्रतिशत से ऊपर लोगों को साक्षर बनाने की पहल बजट में हुई है।
शिक्षा के साथ बच्चों के स्वास्थ्य का भी रखा गया बजट में ख्याल
जम्मू-कश्मीर के लिए जारी अंतरिम बजट में बच्चों की शिक्षा के साथ उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा गया है। समग्र शिक्षा को लेकर जारी किए गए 1907 करोड़ रुपये के इस बजट में समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्राथमिक से माध्यमिक स्कूलों को पांच से बीस हजार रुपये अलग से वार्षिक पुस्तकालय अनुदान के लिए दिए गए हैं।
मिड-डे मील में मिलेंगे बच्चों को फोर्टिफाइल राइस
इसके अलावा पहली से आठवीं कक्षा के लगभग 8.43 लाखा बच्चों को स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मील में फोर्टिफाइल चावल परोसे जाएंगे जो बच्चों में आयरन, कैलश्यिम की कमी को दूर करेंगे। फोर्टिफाइल चावल विटामिन बी12, फोलिक एसिड, आयरन और चावल के दानों के पाउडर में सूक्ष्म पोषक तत्वों को सही मात्रा में मिलाकर बनाए जाते हैं।
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दो हजार किंडरगार्डन किए जाएंगे स्थापित
जम्मू-कश्मीर के लिए जारी इस अंतरिम बजट से प्रदेश में दो हजार किंडरगार्डन स्थापित किए जाएंगे, जबकि प्रधानममंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना के तहत 233 स्कूलों को ढांचे को भी उन्नत किया जाएगा। इस बजट में स्कूलों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 18728 स्कूलों को 18.50 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए गए हैं।
वहीं, इस वित्त वर्ष में पांच नव स्थापित कालेजों का निर्माण कार्य भी पूरा किया जाएगा जबकि आठ कालेजों का आंकलन कर उन्हें मान्यता भी दी जाएगी। इनके अलावा विभिन्न छह कालेजों में लेक्चरर हाल, दो साइंस ब्लाक और दो हॉस्टलों का भी निर्माण होगा।

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