Jammu Smart City: खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत शुरू, 1500 से ज्यादा अभी भी बंद, अंधेरे में डूबे मुहल्ले
जम्मू नगर निगम शहर में खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने में लगा है पर अभी भी कई मुहल्लों में 1500-2000 लाइटें बंद हैं। बरसात के मौसम में अंधेरे के कारण लोगों को जीव-जंतुओं का डर है। वार्ड 74 और नानक नगर में कई स्ट्रीट लाइटें ख़राब हैं। निवासियों ने तुरंत स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत करने का आग्रह किया है ताकि अंधेरे से होने वाले खतरे से बचा जा सके।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू नगर निगम ने शहर में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवाने की प्रक्रिया में तेजी तो लाई है लेकिन अभी भी मुहल्लों में 1500 से 2000 स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हुई हैं।
शहर के अधिकतर मुहल्लों में दो-चार स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हुई हैं। इस कारण शाम ढलते ही गलियों में अंधेर पसरने लगा है। चूंकि अभी बरसात जारी है तो जीव-जंतुओं का खतरा लोगों को सता रहा है। लोग चाहते हैं कि नगर निगम बिना देरी सभी स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर चलाए।
शहर के वार्ड नंबर 74 में करीब 50 लाइटें बंद पड़ी हुई हैं जबकि नानक नगर के तीन वार्डों में 42, 43 व 44 में करीब 55 स्ट्रीट लाइटें नहीं जल रहीं। संजय नगर, वार्ड नंबर 46 में 20 से 30 लाइटें पिछले तीन-चार महीनों से मरम्मत के इंतजार में हैं। वार्ड नंबर 55, कुंजवानी व आसपास के इलाकों में 15 के करीब लाइटें बंद पड़ी हुई हैं।
लोअर गाड़ीगढ़ व आसपास के इलाकों में यानि वार्ड नंबर 73 में 20 से 25 स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। गांधीनगर के वार्ड नंबर 20 और 21 में भी 25 से 35 स्ट्रीट लाइटें नहीं जल रहीं। ऐसे ही शहर भर में हरेक मुहल्ले में एक-दो लाइट बंद पड़ी हुई है।
किसी का स्विच खराब है तो कोई जल-बुझ रही है। लोग पूर्व कारपोरेटरों के अलावा निगम के कर्मचारियों व अधिकारियों से शिकायत कर इन्हें जल्द ठीक करवाने की मांग कर रहे हैं।
क्या कहते हैं लोग
‘बरसात में सांप आदि गलियों में निकलते हैं। ऐसे में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों के कारण खतरा बना हुआ है। जो कोई विभाग भी इसकी देखरेख करता है, वो जल्दी इन्हें ठीक करवाए। हमने संबंधित नेताओं को तो कहा है।’ -सुरेंद्र सिंह, निवासी बाहुफोर्ट
‘महीनों से कई स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। निगम के कर्मचारियों, नेताओं को सुनाया लेकिन हुआ कुछ नहीं। बिना देरी सभी स्ट्रीट लाइटें ठीक की जानी चाहिए। करोड़ों रुपये खर्च कर अंधेरा फैला रहता है तो फिर क्या फायदा।’ -नीरज कुमार, निवासी डिग्याना
‘शहर भर में स्ट्रीट लाइटें बंद पड़े होने की शिकायतें मिल रही हैं। लोग हमें शिकायतें करते हैं। हमारी कोई सुने तो बात बने। कारपोरेटर अब रहे नहीं। कर्मचारी व अधिकारी ज्यादा परवाह नहीं कर रहे। इसलिए जनता परेशान है।’ -युद्ववीर सिंह, पूर्व कारपोरेटर, वार्ड 73
‘जब तक कारपोरेटर थे, अपने वार्डों में स्ट्रीट लाइटों को साथ होकर ठीक करवाते थे। अब बार-बार कहने के कर्मचारी आते ही नहीं। फिर भी दौड़-धूप कर इन्हें ठीक करवा रहे हैं। थोड़ी बहुत बची हैं, उन्हें भी ठीक करवाएंगे।’ -प्रीतम सिंह, पूर्व कारपोरेटर, वार्ड 55
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तेजी से मरम्मत कार्य जारी
‘वार्डों में खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने का कार्य तेजी से जारी है। कुछेक सौ ही लाइटें खराब रह गई हैं। उन्हें बदलने अथवा मरम्मत करने के लिए कर्मचारी रोस्टर के हिसाब से वार्डों में जा रहे हैं। रोजाना किसी न किसी वार्ड में काम हो रहा है।’ -एसपी सिंह, एईई इलेक्ट्रिक, जम्मू नगर निगम
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