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    'अगर तनाव बढ़ाना चाहता है पाकिस्तान, तो अपनी तबाही के लिए रहे तैयार', CM उमर अब्दुल्ला ने पाक को दी नसीहत

    Updated: Sat, 10 May 2025 08:04 AM (IST)

    जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को तनाव बढ़ाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात पाकिस्तान ने बनाए हैं इसलिए उसे अपनी बंदूकें खामोश करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जम्मू में गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात की और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने ड्रोन हमलों को नाकाम करने की बात कही और पुंछ में हुए नुकसान पर चिंता जताई।

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    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को नसीहत दी है। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पाकिस्तान को नसीहत दी कि उसे ही तय करना है कि वह क्या चाहता है? अगर वह तनाव बढ़ाना चाहता है, तो उसका ही बहुत ज्यादा नुकसान होगा। अपनी तबाही के लिए पाकिस्तान ही जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात हमने नहीं बनाए हैं।

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    बेहतर है कि वह अपनी बंदूकें खामोश करें। पहलगाम में जो कुछ हुआ उसका हमें जवाब देना था, जो हमने दे दिया। हमारे ड्रोन उससे ज्यादा हैं, हमारे हथियार उससे ज्यादा और बेहतर हैं। उसने यह देख भी लिया है।

    जीएमसी जम्मू में भर्ती घायलों का सीएम उमर ने जाना हाल

    जम्मू में बढ़ते तनाव, ड्रोन हमलों और जम्मू के सीमावर्ती जिलों में भारी गोलाबारी के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ने जम्मू और सांबा जिलों में मिश्रीवाला, नागबनी, बिश्नाह और ठंडी खुई में स्थापित शिविरों और आवास केंद्रों का दौरा किया और इन आश्रय स्थलों में पहुंचाए गए लोगों के लिए किए गए राहत प्रबंधों का आकलन किया।

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    उन्होंने जीएमसी जम्मू में भर्ती घायलों का भी हाल जाना। जम्मू में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात करने और उनके लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर ने कहा कि पाकिस्तान नागरिकों को निशाना बना रहा है। यह निंदनीय है। वर्ष 1971 की जंग के बाद पहली बार जम्मू शहर को निशाना बनाया गया।

    पाकिस्तान के सभी ड्रोन हमलों को भारत ने किया नाकाम

    जम्मू शहर में कई जगह ड्रोन से हमला किया गया। कश्मीर में हमारे आयुध डिपो को भी निशाना बनाने की कोशिश की गई, लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने उसके सभी ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। पुंछ के हालात पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुंछ शहर में बहुत नुकसान हुआ है। वहां गोलाबारी में जख्मी हुए कई लोगों को यहां जम्मू में उपचार के लिए लाया गया है।

    एक घायल को पीजीआई चंडीगढ़ ले जाना पड़ा है। गोलाबारी से प्रभावितों के लिए जो हम कर सकते हैं, वह कर रहे हैं। खाने-पीने का प्रबंध है, डॉक्टर उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन यह कोई आदर्श स्थिति नहीं हैं। लोग चाहते हैं कि हालात जल्द बेहतर हों। मुख्यमंत्री सबसे पहले राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू पहुंचे।

    यहां भर्ती पुंछ व राजौरी से आए घायलों ने मुख्यमंत्री को उस रात हुई गोलाबारी के बारे में बताया। जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं।

    ब्लैटआउट में घरों में रहें

    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार की शाम को जम्मू और उसके साथ सटे इलाकों में लोगों से ब्लैकआउट और धमाकों की आवाजों के दौरान घरों के भीतर रहने की अपील की। उन्होंने लोगों से अफवाहों से बचने की भी अपील की। लोगों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि घबराएं नहीं, हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे।

    मुख्यमंत्री ने जम्मू शहर में ब्लैक आउट और सायरन व धमाकों की आवाजों को सुनकर अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि जम्मू और उसके आसपास के सभी लोगों से मेरी अपील है कि कृपया सड़कों पर न निकलें, घर पर रहें या किसी ऐसे नजदीकी स्थान पर रहें जहां आप अगले कुछ घंटों तक आराम से रह सकें। उन्होंने कहा कि यह जम्मू शहर में ब्लैकआउट की दूसरी रात है।

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