Ramadan 2023: पवित्र रमजान महीने की हुई शुरुआत, पहला रोजा आज; इन बातों का रखना होगा ध्यान
Ramadan 2023 आज शुक्रवार से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है। मस्जिदों में लोग नमाज अदा करने पहुंच रहे हैं। रमजान में लोगों को खाने-पीने की सभी चीजों से परहेज रखकर व झूठ गिब्बत चुगलखोरी आदि सभी बुरी बातों से बचकर वक्त गुजारना ही रोजा है।
बिलासपुर, जागरण संवाददाता। रमजान का पवित्र महीना आज से शुरु हो गया है। रमजान का महीना 29 से 30 दिन का होता है। जम्मू-कश्मीर में आज रमजान का पहला रोजा रखा गया। बिलासपुर जिला मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के प्रधान नसीम मोहम्मद ने बताया कि पाक रमजान माह 24 मार्च शुक्रवार से शुरू है।
रमजान के 30 रोजे हुए शुरु
नसीम मोहम्मद ने कहा कि रमजान माह की खासियत लगातार 30 रोजे भी शुरू है। समुदाय के पुरुष, महिलाएं व व्यस्क बच्चे अपने हिस्से के 30 रोजे रखने में जिला भर में व्यस्त हैं। रात्रिकालीन विशेष नमाज तरावीह भी जिला मस्जिदों में अदा होनी शुरू है, जिसमें कुरान-ए-पाक रोजेदार नमाजियों को संपूर्ण माह क्रमवार मौखिक रूप से रात्रिकालीन सुनाया जाएगा।
रमजान में इन बातों का रखना होगा ध्यान
रमजान में लोगों को खाने-पीने की सभी चीजों से परहेज रखकर व झूठ, गिब्बत, चुगलखोरी आदि सभी बुरी बातों से बचकर सुबह सादिक से सूरज ढलने तक का वक्त गुजारना ही रोजा है। तीन भागों वाले रमजान माह का पहले 10 रोजों वाला भाग जारी है। जो बेशुमार रहमतों व बरकतों से भरपूर है जो सीधे तौर पर रोजेदारों को मिलती भी है।
जन्नत की सीढ़ियां है रोजा
रमजान माह का प्रत्येक रोजा गुनाहों से बचने के लिए ढाल व जन्नत की सीढ़ियां हैं। रमजान माह सादगी सदाचार में शांतिप्रिय रहकर भाईचारा निभाने की भरपूर प्रेरणा देता है व उत्तम जीवन शैली भी सिखाता है। माह में किए नेक कार्यों का फायदा भी साल के बाकी दिनों की तुलना में 70 फीसदी अधिक मिलता है। इबादत के लिहाज से माह का पल-पल बेशकीमती है।
मुस्लिम समुदाय के लोगों के दिलो दिमाग में चिराग की तरह रोशन पवित्र कुरान-ए-पाक भी रमजान माह में ही नाज़िल हुआ है। रमजान का आज पहला रोजा है और लोग मस्जिदों में नमाज अदा करने जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में शांति से इस त्यौहार को मनाने की अपील की गई है।