'आतंकवाद के दौर में लंदन खिसक लिए थे NC नेता, आज उनका बेटा...', गुलाम नबी आजाद ने बोला हमला
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के चेयरमैन गुलाम नबी आजाद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के समय उनका नेता हमे भेड़ियों के हवाले छोड़कर लंदन चला गया था। आज उनका बेटा हमें सियासत सिखा रहा है। उन्होंने नेताओं की तुलना बरसाती मेढ़क से की और कहा कि ये नेता धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के चेयरमैन और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने आज नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के लोग बातें कर रहे है, उनका नेता आतंकवाद के दौर में हम लोगों को भेड़ियों के हवाले करके लंदन चला गया था। चार साल मैने प्रयास करके उसे वापस लाया। उस समय उस नेता का बेटा पढ़ाई कर रहा था जो आज हमें सियासत सिखाता है।
एनसी नेताओं को बताया बरसाती मेढ़क- गुलाम नबी आजाद
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के दौर में मेरे बाप व अब्दुल मजीद वानी के बाप को अगवा किया गया। कई नौजवान मारे गए। यह नेता लोग कश्मीर और इनके बड़े नेता देश छोड़कर भाग गए थे। इन लोगों को सत्ता मिलनी चाहिए, ये किसी के साथ समझौता कर लेंगे। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में जिस तरह से मेंढक निकलते है तो यह नेता बाहर निकल आते हैं।
इन नेताओं के बदलते रहते चेहरे- गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इन नेताओं के चेहरे बदलते हैं। इन चेहरों को बेनकाब करना है। धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं। आजाद ने रविवार को ऊधमपुर-डोडा-कठुआ सीट से पार्टी उम्मीदवार जीएम सरूरी के पक्ष में किश्तवाड़ में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बाहर चेहरे कुछ और होते है, अंदर कुछ और होते हैं। दिल साफ होना चाहिए जो चाहे हिंदू या मुसलमान हो।
कांग्रेस और एनसी नेताओं पर आजाद ने बोला हमला
उन्होंने कांग्रेस व नेशनल कांफ्रेंस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके लिए कोई दूसरा लीडर सामने नहीं आना चाहिए, खानदानी राज बरकरार रहना चाहिए। कांग्रेस व नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किसी को नेता नहीं बनने देना है। नेशनल कॉन्फ्रेंस में कोई बाहर का प्रधान नहीं बन सकता। बेटे व बेटियों की पार्टियों को खत्म करों, अब समय का गया है। जाग जाओ, एक गरीब या किसान का बेटा क्यों नहीं सांसद या मंत्री बन सकता।
मेरे सीएम रहते भ्रष्टाचार पर लगा अंकुश- आजाद
अब ऊधमपुर-डोडा सीट पर कांग्रेस व नेकां एक हो गए। जब गुलाम नबी आजाद खड़ा था तब फारूक कहां थे। मेरी पार्टी किसी स्टोर कीपर को बचाने वाले की नहीं है। किसी ठेकेदार की पार्टी नहीं है। मैने मुख्यमंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया। पांच हजार रिश्वत लेने वाले को दो चीफ इंजीनियर जेल में डाले। चालीस हजार के आरोप एक मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर निकाला।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर रोशनी कानून को बहाल किया जाएगा। जिन लोगों ने 70 साल शासन किया। लोगों को जगहों से बेदखल किया गया उसके लिए इन पार्टियों ने कुछ नहीं किया। हमारे नेताओं ने प्रदर्शन किया।
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