Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'बांग्लादेश को दोषी नहीं ठहरा सकते', सैफ अली खान पर हमले के बाद घुसपैठियों के समर्थन में आए फारूक अब्दुल्ला

    Updated: Thu, 23 Jan 2025 11:55 AM (IST)

    नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करते हुए कहा कि अभिनेता सैफ अली खान (Saif Ali Khan Attack) पर हमले में किसी एक बांग्लादेशी के शामिल होने के आधार पर हम पूरे बांग्लादेश को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। उन्होंने कहा कि भारत को किसी बाहरी ताकत से नहीं बल्कि भीतर से ही खतरा है।

    Hero Image
    सैफ अली खान पर हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन किया है। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला बुधवार को बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करते नजर आए।

    उन्होंने कहा कि अभिनेता सैफ अली खान पर हमले में किसी एक बांग्लादेशी के शामिल होने के आधार पर हम पूरे बांग्लादेश को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। उन्होंने कहा कि भारत को किसी बाहरी ताकत से नहीं बल्कि भीतर से ही खतरा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूरे बांग्लादेश को दोषी नहीं ठहरा सकते: फारूक

    बता दें के जम्मू-कश्मीर में अवैध रूप से बसे बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं पर कार्रवाई के दौरान भी नेकां सरकार उनके साथ खड़ी दिखी थी। जम्मू में पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से डॉ. फारूक ने कहा कि यह सही है कि अभिनेता सैफ अली पर हमला करने वाला बांग्लादेशी नागरिक है।

    यह भी पढ़ें- ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई करें’, केंद्र ने महाराष्ट्र सरकार को दिया आदेश

    वह कथित तौर पर अवैध रूप से भारत में रह रहा है, लेकिन पूरे बांग्लादेश को इसलिए दोषी नहीं ठहरा सकते कि सैफ पर हमला करने वाला बांग्लादेशी है। उन्होंने तर्क दिया कि अमेरिका में भी बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक अवैध रूप से बसे हैं। अगर ऐसा कोई एक भारतीय अमेरिका या कनाडा में अपराध करता है, तो क्या उसके लिए सभी भारतीय या भारत को दोषी माना जाएगा।

    'भारत को बाहर से नहीं अंदर से खतरा है'

    अवैध शरणार्थियों की समस्या हर जगह है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी संख्या तक बता दी है। फारूक ने कहा कि हम सभी हिंदुस्तानियों को विभाजनकारी सोच से बचते हुए इस मुल्क की बेहतरी के लिए एकजुट होना होगा। भारत को बाहर से नहीं, अंदर से खतरा है। यहां झूठ फैलाया जा रहा कि हिंदुस्तान में हिंदू खतरे में है।

    इस देश की 80 प्रतिशत आबादी हिंदू ही है तो फिर हिंदू को खतरा क्यों होगा? लोगों को जाति और मजहब के नाम पर बांटने के लिए किया जा रहा है।

    बुधवार को शेर-ए-कश्मीर भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डॉ. फारूक अब्दुल्ला एवं अन्य।

    डोगरों के लिए था स्टेट सब्जेक्ट कानून

    अनुच्छेद 370 के सवाल पर डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि महाराजा हरि सिंह ने कश्मीरियों के लिए नहीं, बल्कि डोगरा समुदाय के राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक हितों की रक्षा के लिए 1927 में स्टेट सब्जेक्ट का कानून बनाया था। उस समय जम्मू में पंजाब से आ रहे लोगों का वर्चस्व बढ़ रहा था।

    केंद्र ने जब 370 को समाप्त किया, तो जम्मू में कई लोगों ने जश्न मनाया। अब स्थानीय लोगों को समझ आने लगा है। कश्मीर में कोई नहीं आ रहा है, क्योंकि वहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं।

    भाजपा से गठबंधन के लिए पीडीपी की आलोचना करते फारूक ने कहा कि लोग हम पर सवाल उठाते हैं, लेकिन कोई यह बताए कि जब कांग्रेस-नेकां ने सरकार बनाने के लिए पीडीपी को समर्थन की घोषणा की थी तो क्या मजबूरी थी कि पीडीपी ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।

    'सरकार पर दबाव नहीं'

    फारूक अबदुल्ला ने कहा कि नेकां सरकार पर कोई दबाव नहीं है। आज कोई भी सरकार पर अपनी शर्तें नहीं थोप सकता। यह सरकार सबके लिए है। हमने क्षेत्र में वोट न मिलने के बावजूद जम्मू से चार मंत्री बनाए ताकि कोई भी क्षेत्र या वर्ग उपेक्षित न रहे। सरकार हर क्षेत्र में समान विकास करवा रही है।

    'मैं एक भारतीय मुसलमान हूं'

    देशद्रोही होने के आरोपों पर फारूक ने कहा कि मैं एक भारतीय मुसलमान हूं। मैं न तो चीनी हूं और न ही पाकिस्तानी मुसलमान। एक खास तबका ही हमें देशद्रोही साबित करने पर तुला है। कल तक तो नेकां के हिंदू सदस्यों को भी पाकिस्तानी कहा जाता था। हमें किसी का डर नहीं, जम्मू-कश्मीर की जनता हमारे साथ है।

    यह भी पढ़ें- 'बांग्लादेशी चोर एक्टर को लेने आया होगा, अच्छा है कचरा हटा देना चाहिए,' सैफ पर हमले को लेकर बिगड़े महाराष्ट्र के मंत्री के बोल