'500 से ज्यादा लोग मलबे में दबे हैं...', किश्तवाड़ आपदा को लेकर फारूक अब्दुल्ला का दावा, अब तक 60 लोगों की मौत
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के चशोटी गांव में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लापता हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घटना की जानकारी दी और केंद्र से सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। नेकां चीफ फारूक अब्दुल्ला ने किश्तवाड़ में 500 से ज़्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है।

डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के चशोटी गांव में बीते गुरुवार बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। इस आपदा में अब तक 60 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लापता है। इस बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में हुए विनाशकारी बादल फटने की घटना की जानकारी दी है।
अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मुझे अभी-अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया। मैंने उन्हें किश्तवाड़ की स्थिति और प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और इस दुखद बादल फटने की घटना से प्रभावित लोग प्रधानमंत्री के समर्थन और केंद्र द्वारा प्रदान की गई सभी सहायता के लिए आभारी हैं।
क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए नेकां चीफ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज के दिन को लेकर बधाई हो, लेकिन मन दुखी भी है। मुझे लगता है कि किश्तवाड़ में 500 से ज़्यादा लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। केंद्र शासित प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर उन्होंने कहा कि आंसू भी थे और खुशियां भी।
पीएम मोदी ने भी की बात
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना के बाद शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया और हरसंभव मदद का वादा किया। अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद हुई त्रासदी पर अब्दुल्ला और सिन्हा से बात की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।