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    Ladakh Earthquake: लद्दाख में महसूस किए गए भूकंप के झटके; रिक्टर स्केल पर इतनी रही तीव्रता

    Updated: Wed, 26 Feb 2025 07:19 PM (IST)

    लद्दाख में बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र अक्षांश से उत्तर पर 35.87 डिग्री और देशांतर में पूर्व पर 76.27 डिग्री पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के झटकों से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। 18 फरवरी को भी भूकंप आया था।

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    लद्दाख में महसूस किए गए भूकंप के झटके

    डिजिटल डेस्क। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बुधवार शाम करीब पांच बजकर 36 मिनट पर यहां भूकंप आया। भूकंप का केंद्र, अक्षांश से उत्तर पर 35.87 डिगरी तो वहीं देशांतर में पूर्व पर 76.27 डिग्री पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

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    जानकारी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 रही हैं। वहीं, भूकंप के झटकों से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटकों से किसी भी तरह के जान-माल के हानि होने की कोई खबर नहीं है।

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    इससे पहले भी आया था भूकंप

    इससे पहले लद्दाख में 18 फरवरी को भी भूकंप आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 थी।  भूकंप का केंद्र, अक्षांश से उत्तर पर 31.74 डिगरी तो वहीं देशांतर में पूर्व पर 78.69 डिग्री पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

    अफगानिस्तान में भी आया था भूकंप

    वहीं, 18 फरवरी को अफगानिस्तान में भी भूकंप आया था। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 4.3 आंकी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप 180 किलोमीटर की गहराई पर आया और अक्षांश 36.52 एन, देशांतर 71.10 ई पर दर्ज किया गया था।

    भूकंप भारतीय मानक समय (आईएसटी) के अनुसार सुबह 03:37 बजे आया था। भूकंप के झटके अफगानिस्तान के बदख्शां क्षेत्र में महसूस हुए थे। यह इलाका पहाड़ियों से घिरा रहता है। गौरतलब है कि पिछले तीस दिनों में अफगानिस्तान में 17 भूकंप आ चुके हैं।

    मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOCHA) के अनुसार, अफगानिस्तान मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है।

    संंयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि अफ़गानिस्तान में लगातार आने वाले भूकंप कमज़ोर समुदायों को नुकसान पहुँचाते हैं, जो पहले से ही दशकों के संघर्ष और अविकसितता से जूझ रहे हैं और उनके पास एक साथ कई झटकों से निपटने के लिए बहुत कम लचीलापन है।

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