Earthquake In Jammu Kashmir: सुबह-सुबह जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.1 रही तीव्रता
Earthquake In Jammu Kashmir राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप रविवार सुबह 5 बजकर 15 मिनट आया। इतनी सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों में अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। सभी अपने घरों से बाहर आ गए। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए।
जम्मू, एएनआई। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई। घाटी में भूकंप के झटके सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर महसूस किए गए। सुबह-सुबह जम्मू-कश्मीर के लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। अपने-अपने घरों में सो रहे सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
An earthquake with a magnitude of 4.1 on the Richter Scale hit Jammu & Kashmir today at 5:15 am: National Centre for Seismology pic.twitter.com/4LIs18kTAU
— ANI (@ANI) April 30, 2023
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप रविवार सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर आया। इतनी सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों में अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। सभी अपने घरों से बाहर आ गए। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं है। भूकंप के झटकों से कश्मीर में लोग अपने घरों से बाहर निकलते देखे गए।
4.1 रही भूकंप की तीव्रता
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने कहा कि रविवार सुबह जम्मू और कश्मीर में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया। घाटी में भूकंप सुबह 5.15 बजे आया और इसकी गहराई 5 किमी थी। अक्षांश और देशांतर क्रमशः 35.06 और 74.49 बताए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने ट्वीट करके बताया की सुबह-सुबह जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता: 4.1 रही। इस भूकंप की गहराई 5 किलोमीटर रही। वहीं इसका स्थान जम्मू और कश्मीर रहा।
20 जिलों में बन रहे हैं ईओसी
जम्मू-कश्मीर में लगातार आ रहे भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सभी 20 जिलों में अत्याधुनिक आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी) स्थापित करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि, जम्मू-कश्मीर उच्च भूकंपीय क्षेत्र में आता है और यह उच्च भूकंपीय क्षेत्र में भी आता है। काफी ऊपर होने की वजह से घाटी में भूकंप कई बार आते हैं, जिसको देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है।
एक सरकारी बयान के अनुसार जम्मू-कश्मीर बाढ़ को लेकर भी काफी संवेदनशील है। 20 जिलों में अत्याधुनिक आपातकालीन संचालन केंद्र बनाने के निर्णय के साथ ही इसके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। बडगाम जिले में ईओसी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना (एनडीएमपी) 2019 के तहत पूरी आपदा प्रबंधन योजना होगी और इसे सभी जिलों में लागू किया जाएगा।
आपदा के समय मदद के लिए करें 112 पर कॉल
इसके साथ ही साथ जम्मू और कश्मीर सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए तत्काल प्रभाव से राहत पहुंचाने के लिए सरकार के साथ एक समझौता भी किया है। आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) के कार्यान्वयन के लिए एनडीएमए, भारत सरकार के साथ जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत डायल नंबर 112 में आपदा कॉल को को भी समन्वयित की जाएगी। अब प्राकृतिक आपदा के समय 112 पर कॉल करके मदद मांग सकते हैं।