Jammu News: श्मशान घाट पहुंचने के बाद मरा हुआ व्यक्ति हुआ जिंदा, जब लेकर गए अस्पताल ; फिर जो हुआ...
आरएसपुरा के वार्ड नं 13 में एक मरा हुआ व्यक्ति शमशान घाट पहुँचने के बाद अचानक से जिंदा हो गया। जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल में लेकर गए लेकिन जब उसे डॉक्टरों ने चेक किया तो उसकी तब तक मौत हो चुकी थी। इसके बाद साथ आए लोगों ने चिकित्सकों के खिलाफ गुस्सा भी व्यक्त किया।

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा। (Jammu Kashmir Crime News) कस्वे की वार्ड नं 13 में एक मृत व्यक्ति शमशान घाट पहुँचने के बाद जिंदा हो गया और जिंदा होने के बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया, तब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके लिए परिजनों को 2 बार अर्थी बनानी पड़ी और 2 बार उसकी चिता सजानी पड़ी। पूरा मामला आरएसपुरा वार्ड नं 13 का है।
डॉक्टरों ने किया चेक तो हो चुकी थी मौत
यहां के रहने वाले 50 वर्षीय सुभाष चंद्र नंद लाल की शनिवार रात को सरकारी उपजिला अस्प्ताल में मौत हो जाती है। उसके मरने के बाद समाज और परिवार के लोग उसके घर पर इक्क्ठा होते हैं। उसे अंतिम संस्कार करने के लिए रविवार को सुबह शमशान घाट पहुँचते हैं। उसकी चिता तक सजा दी गयी।
जैसे ही श्मशान घाट ले जाने पर उसका अंतिम क्रिया की जा रही थी वैसे ही परिवार वालों को लगा कि मृतक की नब्ज देखा गया तो पता चला कि उसका नब्ज भी चल रहा है। ऐसा देख उसे घरवालों ने इलाज कराने के लिए उपजिला अस्पताल ले आए, लेकिन अस्पताल में जब उसे डॉक्टरों ने चेक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी।
डॉक्टरों ने तीन बार मृतक का किया ईसीजी
डॉक्टरों ने तीन बार मृतक का ईसीजी किया। मृतक के भाई राम सिंह ने बताया शनिवार रात को उसके भाई के बीमार होने पर अस्पताल लाया गया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया था। उन्हें बताया कि इसके बाद रविवार सुबह परिवार के लोग भाई के अंतिम संस्कार के लिए उसको शमशान घाट लेकर गए लेकिन जैसे ही मृतक की अंतिम क्रिया का कार्यक्रम किया जा रहा था।
इस घटना को लेकर इलाके में लोगों के बीच चर्चा
तभी ऐसा महसूस किया गया कि उसने हाथ हिलाया है और उसका नब्ज़ भी चल रहा है। उसके बाद तुरंत उन लोगों ने उसे अस्पताल लाया पर यहां पर डॉक्टरों ने उसे फिर से मृत्यु घोषित किया है। हालांकि परिवार वालों लोगों ने अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ गुस्सा भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रात के समय डॉक्टर ने मृतक का सही उपचार नहीं किया और ना ही इस बात की पूरी तरह से पुष्टि की की उसकी मौत हो चुकी है।
बिना इसकी पुष्टि किए ही उन्हें उसको मृत घोषित कर दिया। पटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस (Jammu Police) भी मौके पर पहुंची और उन्होंने डॉक्टरों से इस संबंध में बात की और परिजनों को समझाया कि वह मृतक के शव को लेकर अंतिम संस्कार करें। उसके बाद फिर से फिर से उसे अर्थी पर लिटाकर श्मशानघाट ले जाया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना से लोगों में काफी हैरानी है और इलाके भर में इस घटना की चर्चा हो रही है।
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