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    सीएम उमर ने श्री माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड से किया सवाल, चेतावनी के बावजूद तीर्थयात्रियों को क्यों नहीं रोका गया?

    जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से हुई मौतों पर दुख जताया। उन्होंने पूछा कि आपदा की चेतावनी के बाद भी यात्रा क्यों नहीं रोकी गई। मुख्यमंत्री ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीर्थयात्रियों को क्यों नहीं रोका गया।

    By naveen sharma Edited By: Rahul Sharma Updated: Wed, 27 Aug 2025 07:02 PM (IST)
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    इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि इससे बचा जा सकता था।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन में हुई मौतों पर बुधवार को दुख जताते हुए पूछा कि आपदा की चेतावनी के बावजूद यात्रा को क्यों जारी रखा गया?

    उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि आखिर श्री माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड के अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को क्यों नहीं रोका।इन तथ्यों का पता करना जरुरी है। हमे इन पर बात करनी होगी।

    आपको बता दें कि श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर गत मंगलवार को भूस्खलन हुआ है,जिसमें मरने वालों की संख्या आज दाेपहर बाद तक 34 तक पहुंच गई । इस घटना के बाद श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा को स्थगित कर दियागया।

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    आज सुबह श्रीनगर से यहां जम्मू में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग जो यह दुखद हादसा हुआ है,इससे बचा जा सकता था।

    हमें आज नहीं लेकि बाद में इस बारे में बात करनी होगी कि जब हमें मौसम का पता था, मौसम खराब है तो क्या हमें इन लोगों की जान बचाने के लिए कुछ कदम नहीं उठाने चाहिए थे?

    उन्होंने कहा कि मौसम गत मंगलवार को अचानक ही खराब नहीं हुआ था, पहले से ही बारिश हो रही थी,मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी थी। इसके बावजूद यात्रा को क्याें नहीं रोका गया?

    मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने कहा कि इस हादसे में 29-30 लोगों की मौत हो चुकी है। हम इन्हें बचा सकते थे। उन्होंने कहा कि संबधित अधिकारियों को बताना चाहिए कि यह लोग यात्रा ट्रैक पर क्यों थे?

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    अगर यात्रा को रोका गया था जो यह वहां क्यों थे, इन्हें क्यों नहीं रोका गया? इन्हें वहां से किसी सुरक्षित स्थान पर क्यों नहीं पहुंचाया गया और हादसा होने दिया गया।