जीएमसी जम्मू में मरीज की मौत पर हंगामा, परिजनों-डाक्टरों में तीखी झड़प, पुलिस में मामला दर्ज
जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसी) में एक मरीज की मौत के बाद तनाव फैल गया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया जिसके बाद कहासुनी और हाथापाई हुई। आरोप है कि एक परिजन ने डॉक्टर को पीटा। अस्पताल प्रशासन ने बख्शी नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल की।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू के सरकारी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (जीएमसी) में उस समय तनाव की स्थिति पैदा हो गई जब एक मरीज की मौत के बाद मेडिकल स्टाफ और मृतक के परिजनों के बीच कहासुनी और हाथापाई हो गई।
आरोप है कि मृतक के परिवार के एक सदस्य ने डाक्टर को पीट डाला। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और मारपीट करने वाले के विरुद्ध बख्शी नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। एसडीपीओ सिटी वेस्ट डा. सतीश भारद्वाज ने अस्पताल प्रशासन की शिकायत पर थाने में मामला दर्ज करने की पुष्टि की।
यह घटना बुधवार दोपहर करीब एक बजे की है। मृत राजिंदर कुमार (लगभग 60 वर्ष) निवासी रिहाड़ी कालोनी को 30 जून को ब्रेन हेमरेज हुआ था। जिसके बाद परिवार उन्हें पहले जीएमसी जम्मू में लाए थे, बाद में पीजीआई चंडीगढ़ ले गए थे। वहां कुछ दिन इलाज के बाद, 11 जुलाई को मरीज को जीएमसी जम्मू वापस लाया गया था, जहां न्यू इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
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मृतक के परिजनों ने बताया कि पीजीआई से ठीक होकर वह जम्मू आए थे, लेकिन जहां इलाज में डाक्टरों की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई। इस आरोप के बाद परिजनों और डाक्टरों के बीच तीखी बहस हुई, जो देखते-देखते हल्की-फुल्की हाथापाई में बदल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
करीब ढेड घंटे तक पीजी डाक्टरों ने कामकाज ठप रखा
जीएमसी अस्पताल में मारपीट की घटना के बाद जीएमसी अस्पताल में तैनात डाक्टर हड़ताल पर चले गए। सुरक्षा की मांग और मारपीट के आरोपितों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर डाक्टरों इमरजेंसी कामकाज ठप कर दिया। करीब डेढ घंटे तक पीजी डाक्टर ने कामकाज बंद रखा।
हालांकि, वरिष्ठ डाक्टर और पैरा-मेडिकल स्टाफ इमरजेंसी में इस दौरान गंभीर मरीजों का उपचार करते रहे। इसके बाद जीएमसी अस्पताल के प्रिंसिपल डा. आशुतोष गुप्ता डाक्टरों से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने जीएमसी पुलिस चौकी में डाक्टर से मारपीट करने आरोपितों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई और डाक्टरों को आश्वासन दिया कि अस्पताल में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात कर डाक्टरों की सुरक्षा को पुख्ता बनाया जाएगा। इसके बाद ही पीजी डाक्टर काम पर लौटे।
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प्रिंसिपल डा. अशुतोष गुप्ता ने घटना पर कड़ा रोष जताते हुए कहा कि अस्पताल में बार-बार डाक्टरों के साथ मारपीट अस्वीकार्य है। इस मामले में संबंधित परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उन्होंने कहा कि बिना पोस्टमार्टम करवाएं शव को परिवार वालों को नहीं सौंपा जाएगा। इसके बाद पुलिस ने समझा बुझा कर बिना कानूनी कार्रवाई किए शव को अंतिम संस्कार के लिए मृतक के परिवार को सौंप दिया।
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