जम्मू यूनिवर्सिटी के एजुकेशन विभाग की बड़ी उपलब्धि, एमएड कोर्स को एनसीटीई से मिली मान्यता
जम्मू विश्वविद्यालय के एजुकेशन विभाग ने एमएड कोर्स के लिए राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता प्राप्त की है। यह मान्यता 2025 से लागू होगी। एनसीटीई देश में शिक्षक शिक्षा के नियामक निकाय के रूप में कार्य करता है। जम्मू विश्वविद्यालय का एजुकेशन विभाग जम्मू-कश्मीर में शिक्षक शिक्षा के सबसे पुराने विभागों में से एक है। इससे छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू विश्वविद्यालय के एजुकेशन विभाग ने एक अहम उपलब्धि हासिल की है। विभाग के एमएड कोर्स को राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई), नई दिल्ली से मान्यता मिल गई है। यह संस्था देश में शिक्षक शिक्षा के नियामक निकाय के रूप में कार्य करती है। जम्मू विवि का एजुकेशन विभाग जम्मू-कश्मीर में शिक्षक शिक्षा के सबसे पुराने विभागों में से एक है।
हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एक बैठक में एनसीटीई ने जम्मू विवि के एजुकेशन विभाग द्वारा प्रस्तुत सभी दस्तावेजी प्रस्तुतियों पर विचार करने के बाद 2025 से पीजी शिक्षा विभाग से एमएड की डिग्री को मान्यता दी। इसकी जानकारी विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजीव रतन ने दी है।
बताते चलें कि शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम अक्टूबर 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर में एनसीटीई द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता और बीएड, एमएड, बीपीएड और एमपीएड की सभी डिग्रियों को एनसीटीई से किसी भी प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन 2019 के बाद केंद्रीय नियमों के प्रवर्तन के कारण शिक्षक शिक्षा के पूरे पाठ्यक्रम को एनसीटीई द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।
विभाग के प्रयासों की सराहना की
इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि जो कोई भी एमएड, बीएड या बीपीएड या एमपीएड पास करता है, वह ऐसे संस्थान से होना चाहिए जिसे एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त हो।
इस संबंध में जम्मू विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. उमेश राय ने खुशी व्यक्त करते हुए विभाग के प्रयासों की सराहना की और जम्मू-कश्मीर में शिक्षक शिक्षा के पहले संस्थानों में से एक होने के लिए एनसीटीई मान्यता प्राप्त करने में फैकल्टी, कर्मचारी, शोधकर्ताओं और छात्रों को बधाई दी। यह मान्यता एमएड को अधिक बढ़ावा देने में मदद देगी।
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