Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी कृषि उत्पादों के बहिष्कार पर हो रहा विचार, भारतीय किसान संघ ने दी यह चेतावनी

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 06:51 PM (IST)

    भारतीय किसान संघ अमेरिकी कृषि उत्पादों के बहिष्कार पर विचार कर रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के. साई रेड्डी ने जम्मू-कश्मीर दौरे पर यह घोषणा की। यह कदम अमेरिकी खाद बीज और कीटनाशकों पर निर्भरता कम करने के लिए उठाया जा रहा है। संघ केंद्र सरकार के टैरिफ विवाद में साथ है और पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

    Hero Image
    जम्मू-कश्मीर में आगामी प्रशिक्षण वर्गों की योजना बनाई गई है।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साई रेड्डी ने कहा कि संघ शीघ्र ही किसानों से अमेरिकी कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले खाद, बीज और कीटनाशकों के बहिष्कार की अपील करेगा। इस पर संघ के सदस्य विचार कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे रेड्डी ने स्पष्ट किया कि यह कदम अमेरिकी कृषि आदान सामग्री पर निर्भरता कम करने और भारतीय पारंपरिक व जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया जाएगा।

    पत्रकारों से बातचीत में के साई रेड्डी ने कहा कि अमेरिका से टैरिफ विवाद में किसान संघ केंद्र सरकार के साथ खड़ा है। उन्होंने बताया कि संगठन अमेरिकी कृषि कंपनियों के उत्पादों के बहिष्कार पर विचार कर रहा है और जल्द ही इस पर घोषणा हो सकती है।

    यह भी पढ़ें- जम्मू रेलवे स्टेशन पर नशा तस्कर गिरफ्तार, बिहार पुलिस को थी तलाश, कोर्ट में सुनवाई के दौरान हुआ था फरार

    राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जम्मू आए साई रेड्डी

    भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साई रेड्डी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर आगमन पर प्रांत कार्यकारिणी एवं आठ जिलों के पदाधिकारियों के साथ त्रिकुटा यात्री निवास, अंबफला में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।

    बैठक में प्रदेश के कठुआ, सांबा, राजोरी, रियासी, ऊधमपुर, अखनूर, आरएस पुरा, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में आगामी प्रशिक्षण वर्गों की योजना बनाई गई। साथ ही, किसानों की प्रमुख समस्याओं जैसे जंगली जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान, खाद व बीज की समय पर उपलब्धता और सिंचाई नहरों के रखरखाव पर गंभीर चर्चा हुई।

    बंदरों से किसान हैं परेशान, नहीं हो रही सुनवाई

    इस दौरान जानवरों, बंदरों द्वारा फसलों काे पहुंचाए जा रहे नुकसान पर भी चिंतन हुआ।प्रांत अध्यक्ष बलकार सिंह सिंह ने कहा कि बंदरों के कारण परेेशान किसानों की चिंता को कई अधिकारियों के समक्ष रखा गया है लेकिन इस समस्या को निपटने के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाया गया है।

    रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एमएस स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिकी जीएम बीज, डेयरी और मत्स्यपालन क्षेत्र में अनुमति न देने के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम भारतीय पारंपरिक और जैविक कृषि को बढ़ावा देगा।

    किसान संघ के 42 लाख किसान हैं सदस्य

    किसान संघ के अनुसार, देश के 60 हजार गांवों में इसकी सक्रिय ग्राम समितियां हैं। जिनके माध्यम से 42 लाख किसान सदस्य हैं। जम्मू-कश्मीर में 15 हजार से अधिक सदस्य और 100 ग्राम समितियां सक्रिय हैं।

    यह भी पढ़ें- समाज की सबसे बड़ी चिंता का किया समाधान, आज भी जारी रखे हैं संघर्ष, निजी स्कूलों की मनमानियों के खिलाफ कपूर ने उठाई आवाज

    इस अवसर पर अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य पूर्ण चंद, प्रांत अध्यक्ष बलकार सिंह, प्रांत महामंत्री जगदीश ठाकुर, प्रांत मंत्री संजीव कुमार और प्रांत संगठन मंत्री बलवीर कुमार भी उपस्थित रहे।