अयोध्या से लेकर कश्मीर तक राम रंग में रंगा भारत... सजने लगा मां वैष्णो देवी का भवन, चारों तरफ बिखरी रोशनी; देखें तस्वीरें
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर माता वैष्णो देवी का भवन भी सजने लगा है। पूरे भवन परिसर को लाइटों से सजाया जा रहा है। माता वैष्णो देवी भवन परिसर से लेकर पारंपरिक मार्ग यहां तक कि नये ताराकोट मार्ग पर भी करीब 40 हजार राम ध्वज लगाए जाएंगे। पवित्र बाण गंगा नदी के किनारे 22 जनवरी को 51 हजार दिये जलाए जाएंगे।

राकेश शर्मा, कटड़ा। Vaishno Devi Yatra: 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर माता वैष्णो देवी का भवन भी सजने लगा है। पूरे भवन परिसर को लाइटों से सजाया जा रहा है।
नये ताराकोट मार्ग पर लगाए गए 40 हजार राम ध्वज
वहीं, प्राचीन गुफा के परिसर के साथ ही कृत्रिम गुफाओं के परिसर को भी विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया जाएगा।
.jpg)
यही नहीं, माता वैष्णो देवी भवन परिसर से लेकर पारंपरिक मार्ग यहां तक कि नये ताराकोट मार्ग पर भी करीब 40 हजार राम ध्वज लगाए जाएंगे। इसको लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन नदी किनारे जलाए जलाएंगे 51 हजार दिये
यात्रा के प्रवेशद्वार व पवित्र बाण गंगा नदी के किनारे 22 जनवरी की शाम को 51 हजार दिये जलाए जाएंगे। इसी तरह भवन परिसर, आद्कुंवारी मंदिर, भैरव घाटी, कटड़ा में आध्यात्मिक केंद्र, निहारिका कांप्लेक्स के साथ अन्य स्थानों पर भी दीपक जलेंगे।

इसके अलावा उसी दिन सुबह ग्यारह बजे से दोपहर दो बजे तक रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर श्राइन बोर्ड द्वारा कटड़ा से भवन तक लगाई गई एलईडी स्क्रीनों पर लाइव कार्यक्रम प्रसारण दिखाया जाएगा।
.jpg)
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अनुष्ठान शुरू
अयोध्या (Ayodhya) नगरी अपने आराध्य के स्वागत के लिए तैयार है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) से पहले अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। सात दिनों तक होने वाले इस अनुष्ठान का तीसरा दिन है। गुरुवार को तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास का कार्यक्रम होना है।

.jpg)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।