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    जम्मू-कश्मीर में बनेगी एशिया की सबसे लंबी सुरंग, 5 रोपवे और 4 कॉरिडोर... बाबा बर्फानी के दर्शन होंगे आसान

    Updated: Tue, 14 Jan 2025 04:27 PM (IST)

    jammu Kashmir News जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्र सरकार ने यहां एशिया की सबसे लंबी सुरंग 5 रोपवे और 4 कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया है। इस सुरंग के बनने से श्रीनगर-लेह की सड़क यात्रा में साढ़े तीन घंटे कम समय लगेगा। इसके अलावा 5 रोपवे भी बनाए जाएंगे जिनमें से एक शंकराचार्य मंदिर तक जाएगा।

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    जम्मू-कश्मीर में बनेगी एशिया की सबसे लंबी सुरंग (जागरण फोटो)

    राज्य ब्यूरो, सोनमर्ग। Jammu Kashmir News: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर निकट भविष्य में कनेक्टिविटी के लिहाज से देश का सबसे प्रमुख प्रदेश बनने जा रहा है।

    वर्ष 2047 तक विकसित भारत का जो संकल्प लिया गया है, वह एक समृद्ध जम्मू-कश्मीर के साथ पूरा होगा। मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर में 50 हजार करोड़ की लागत से चार कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। पांच रोप-वे बनने जा रहे हैं।

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    6800 करोड़ रुपये से बनेगी 18 KM लंबी सुरंग

    गडकरी ने कहा कि इस सुरंग के साथ ही हम 14 किलोमीटर लंबी जोजि ला सुरंग बना रहे हैं। इसका एप्रोच रोड 18 किलोमीटर लंबा होगा और उसे तैयार करने में 6800 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

    उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते खुशी हो रही है कि जब हमने पांचवीं बार इसका टेंडर निकाला था तो उस समय हमने इसकी कीमत 12 हजार करोड़ रुपये तय की थी, लेकिन अब हम केवल 6800 करोड़ में बनाकर इसे तैयार करने जा रहे हैं। यानी इसमें हमने लगभग पांच हजार करोड़ रुपये की बचत की।

    उन्होंने कहा कि हमने इस सुरंग को लेकर एक वर्ष तक अध्ययन किया। यह एशिया में बन रही सबसे ऊंची सुरंग है। इसके बनने से श्रीनगर-लेह की सड़क यात्रा में साढ़े तीन घंटे कम समय लगेगा।

    ये पांच रोवपे बनेंगे

    गडकरी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 15 हजार करोड़ के 54 रोपवे के प्रस्ताव मिले हैं। इनमें पहले चरण में दो हजार करोड़ की लागत से पांच रोपवे के काम करवाए जाएंगे। इसमें 113 करोड़ की लागत से एक किलोमीटर लंबा शंकराचार्य मंदिर तक रोपवे बनेगा।

    221 करोड़ के 11.6 किमी लंबा रोपवे बालटाल से अमरनाथ की पवित्र गुफा तक बनेगा। 200 करोड़ की लागत से सोनमार्ग के थाजवास ग्लेशियर में 1.6 किमी लंबा रोपवे बनेगा।

    भद्रवाह से सियोजधार तक सात किलोमीटर लंबा 560 करोड़ की लागत से रोपवे बनेगा। नाशरी से सनासर तक 240 करोड़ की लागत से तीन किमी लंबा रोपवे बनेगा।

    श्रीनगर में 104 किमी के फोरलेन रिंग रोड की भी मंजूरी

    श्रीनगर के लिए 104 किमी के फोरलेन रिंग रोड की मंजूरी की जानकारी देते हुए बताया कि इस पर 7200 करोड़ की लागत का अनुमान है। जम्मू में रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है।

    उन्होंने 120 किमी लंबी रफियाबाद-कुपवाड़ा-चामरोट सड़क परियोजना के बारे में बताया कि इस पर ढाई हजार करोड़ खर्च होंगे। इसका काम दिसंबर 2027 तक पूरा किया जाएगा। यह सड़क नार्थ-वेस्ट कश्मीर की सीमा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो गुलाम जम्मू-कश्मीर से लगता है।

    कठुआ-बसोहली-भद्रवाह-डोडा कॉरिडोर की बन रही डीपीआर

    गडकरी ने कठुआ-बसोहली-भद्रवाह-डोडा कॉरिडोर के बारे में बताया कि 30400 करोड़ की यह परियोजना 250 किमी लंबी है। डीपीआर बनाई जा रही है। कार्य का इसी साल शुरू में होने की उम्मीद है। इससे पंजाब से श्रीनगर जाने वाले सीधे कठुआ से श्रीनगर जा सकते हैं। इसी कॉरिडोर पर कठुआ-डोडा के बीच 47 किमी की 33 सुरंगें बनेंगी। अभी बनी-भद्रवाह मार्ग चार माह बंद रहता है।

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    ये हैं चार कॉरिडोर

    • पहला कॉरिडोर 250 किलोमीटर लंबा जम्मू-ऊधमपुर-श्रीनगर मार्ग है, जो 16 हजार करोड़ की लागत का है। उम्मीद है कि इसी साल दिसंबर तक उसका काम पूरा कर लिया जाएगा। इस कॉरिडोर में 33 सुरंगें हैं, जिनमें से 15 बन चुकी हैं। इसके पूरा होने से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी कम होगी और यात्रा के पांच घंटे भी बचेंगे।
    • दूसरा कॉरिडोर 202 किमी लंबा जम्मू-चिनैनी-अनतंनाग है। इस कॉरिडोर पर पांच सुरंगें बनेंगी और इसकी कुल लागत 14 हजार करोड़ है। इसे भी दिसंबर 2025 तक पूरा किया जाएगा।
    • तीसरा कॉरिडोर सुरनकोट-शोपियां-बारामूला-उड़ी है। यह परियोजना 10 हजार करोड़ की लागत की है और 303 किलोमीटर लंबी है। इसके 2027 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे सुरनकोट से पुंछ और राजौरी के लोगों को श्रीनगर से आना-जाना सुगम होगा और जम्मू से बारामुला तक सीधी कनेक्टिविटी होगी।
    • चौथा कॉरिडोर जम्मू से अखनूर-सुरनकोट-पुंछ है, जिसकी लंबाई 203 किमी है और यह परियोजना पांच करोड़ की है। इसमें जम्मू से पुंछ तक सीधी कनेक्टिविटी होगी और नौशेरा व राजौरी के लोगों को भी लाभ मिलेगा।

    कटड़ा में इंटर मॉडल बस स्टेशन 2027 तक तैयार

    गडकरी ने बताया कि कटड़ा में इंटर मॉडल बस स्टेशन की अक्टूबर 2027 में तैयार हो जाएगा। इसे दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इंटर मॉडल बस स्टेशन परियोजना की लागत 880 करोड़ रुपये है।

    इसमें रेलवे स्टेशन हेलिपैड की सुविधा यात्रियों को अक्टूबर 2027 तक मिल जाएगी। बस पार्किंग व इलेक्ट्रानिक बसों के लिए चार्जिंग प्वाइंट, पेट्रोल पंप, ड्राइवर विश्राम गृह, ऑनलाइन टिकट काउंटर, एयर कंडीशन वेटिंग रूम, शौचालय, लाकर, वाईफाई, होटल, रेस्तरां, कैफे, बस कोर्ट में सोलर पावर सिस्टम की सुविधा होगी।

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