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    Jammu News: कोहरे की आड़ और सुरंग से घुसपैठ को नाकाम बनाने की पक्की तैयारी, सेना व सुरक्षाबलों के बीच बैठकें जारी

    By Jagran NewsEdited By: Deepak Saxena
    Updated: Wed, 06 Dec 2023 08:10 PM (IST)

    सेना व सुरक्षाबलों ने सीमा पर कोहरे की आड़ में घुसपैठ करने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत कर दिया है। सीमा पर आधुनिक तकनीक और अतिरिक्त तैनाती के साथ दुश्मन को अपनी मुंह की खानी होगी। इसके लेकर सुरक्षाबलों और सेना के बीच रणनीति बनाने व समन्वय मजबूत करने को लेकर बैठकें चल रही है।

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    कोहरे की आड़ और सुरंग से घुसपैठ को नाकाम बनाने की पक्की तैयारी (फाइल फोटो)।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप बढ़ते ही सेना व सुरक्षाबलों ने सीमा पर घने कोहरे की आड़ में घुसपैठ की साजिशें नाकाम बनाने के लिए अपने सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पास अब ऐसे आधुनिक सेंसर्स, नाइट विजन डिवाइस, थर्मल इमेजर व हाई डेफिनेशन कैमरे हैं, जो शून्य से नीचे के तामपान व घने कोहरे में भी सीमा पार सब साफ देखने में सक्षम हैं।

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    यही नहीं, बीएसएफ के पास आधुनिक ड्रोन पर फिट ग्राउंड पेनेटिरेंटिंग रडार भी हैं, जो सुरंगों की साजिश का पता लगा सकते हैं। इसके अलावा सीमा पर जवानों की अतिरिक्त तैनात, गश्त बढ़ाने के साथ कुछ नयी अस्थायी चौकियां भी स्थापित की गई हैं।

    अतिरिक्त तैनाती व औचक नाकों से मुंह की खाएगा दुश्मन

    सर्दियों में नियंत्रण रेखा पर भारी बर्फबारी के चलते रास्ते बंद हो जाने के बाद आतंकी जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर धुंध की आड़ में मैदानी क्षेत्रों से घुसपैठ की कोशिश करते हैं। घनी धुंध के कारण तड़के व रात को कुछ दूरी पर दृष्टता काफी कम हो जाती है। इसके अलावा सुरंग से घुसपैठ का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समय प्रदेश में सेना, सुरक्षाबलों के बीच आपसी समन्वय और मजबूत बनाने को लेकर बैठकें जारी हैं।

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    पुलवामा जिला के अवंतीपोरा के साथ जम्मू संभाग के राजौरी व पुंछ जिलों में भी ऐसी बैठकें हुई हैं। इनमें खुफिया सूचनाएं तुरंत साझा करने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई है। सेना के एक अधिकारी ने जागरण को बताया कि सतर्कता के चलते ही सीमा पार से घुसपैठ न होने से आतंकी संगठन हताश हैं। ऐसे में जम्मू में अंतराष्ट्रीय सीमा व साथ लगते नियंत्रण रेखा के हिस्से पर घुसपैठ की आशंका है। इन चुनौतियों से निपटने की भी पूरी तैयारी है।

    सेना व सुरक्षाबलों के बीच समन्वय मजबूत करने को लेकर बैठकें जारी

    वहीं, जम्मू में 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ राजौरी जिले के सुंदरबनी में नियंत्रण रेखा के कुछ हिस्से की सुरक्षा को यकीनी बना रहा सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर भी पूरे जोश में है। इसी माह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह में फ्रंटियर को सीमा प्रबंधन में सर्वक्षेष्ठ रहने पर महाराणा प्रताप ट्राफी भेंट की है। मंगलवार को जम्मू दौरे पर आए सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के आइजी डीके बूरा ने भी कहा था कि हम मौसम की चुनौतियों को ध्यान में रखकर सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। दुश्मन की हर साजिश को नाकाम बनाने के पुख्ता प्रबंध हैं। दुश्मन को किसी भी कीमत पर देश की जमीन पर कदम रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

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