Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Jammu Lok Sabha Election 2024: ...और टूट गया मंच, फिर नाराज अभिनेता सुनील दत्त ने नहीं दिया भाषण, पढ़िए ये चुनावी किस्सा

    Updated: Sun, 31 Mar 2024 11:10 PM (IST)

    ऊधमपुर-डोडा-कठुआ सीट लोकसभा चुनाव में खासा महत्व रखती है। इसी को लेकर हर कोई पार्टी अपना दमखम इस सीट पर दिखाना चाहती है। वहीं साल 1998 की बात है जब मशहूर अभिनेता सुनील दत्त (Sunil Dutt) चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे। उनको सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। मंच पर सुनील दत्त के आते ही भीड़ मंच पर चढ़ गई इससे मंच टूट गया।

    Hero Image
    मंच टूटने से नाराज अभिनेता सुनील दत्त ने नहीं दिया भाषण।

    रोहित जंडियाल, जम्मू। बात 1998 के लोकसभा चुनाव की है। ऊधमपुर-डोडा-कठुआ सीट पर चुनाव प्रचार पूरे उफान पर था। जनसभाओं में भीड़ बढ़ाने के लिए प्रत्याशी बॉलीवुड अभिनेताओं से लेकर स्टार प्रचारकों को मंच पर बुला रहे थे। कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी प्रो. चमन लाल गुप्ता के सामने ठाकुर रणधीर सिंह को मैदान में उतारा था। मुकाबला टक्कर का था तो राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन के लिए कांग्रेस नेता एवं बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त (Sunil Dutt) को प्रचार करने के लिए बुलाया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऊधमपुर के रामनगर में रैली थी। चौगान मैदान में अभिनेता को देखने के लिए भीड़ इतनी अधिक हो गई कि लोग मंच पर चढ़ गए। मंच टूट गया और साउंड सिस्टम भी बंद हो गया और शोर शराबा बढ़ गया। इससे सुनील दत्त नाराज हो गए और उन्होंने फिर भाषण ही नहीं दिया। इससे न सिर्फ नेता निराश हुए बल्कि उन्हें सुनने के लिए आए हजारों लोग भी निराश हो गए। उस दौर के इस किस्से को क्षेत्र के लोग आज भी चटकारे लेकर सुनाते हैं। कहते हैं...वो दिन भी क्या थे?

    चौगान मैदान में रैली को संबोधित करने पहुंचे सुनील दत्त

    ऊधमपुर-डोडा-कठुआ संसदीय क्षेत्र में आने वाले रामनगर ऐतिहासिक कस्बा है और इसका चौगान मैदान भी ऐतिहासिक है। यह मैदान कई रैलियों से लेकर कार्यक्रमों तक के लिए जाना जाता है। इसी मैदान में 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार के लिए अभिनेता सुनील दत्त पहुंचे थे। वह पहले अभिनेता थे जो रामनगर आए थे।

    ऐसे में उन्हें देखने और सुनने के लिए लोगों की दीवानगी थी। उस समय उन्हें देखने और उनका भाषण सुनने के लिए रामनगर के विनय कुमार भी चौगान मैदान पहुंचे थे। वह बताते हैं कि जब सुनील दत्त हेलीकाप्टर से चौगान में उतरे तो वहां पर पहले से ही हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी।

    मंच टूटने से हो गए थे नाराज सुनील दत्त

    युवाओं से लेकर महिलाओं तक में दीवानगी थी। उन्हें देखने के लिए लोग घंटों पहले चौगान पहुंच गए थे। जैसे ही वह गुलाम नबी आजाद और अन्य नेताओं के साथ मंच पर पहुंचे तो सुरक्षाकर्मी भी इतने नहीं थे कि लोगों को रोक पाते। मंच पर कांग्रेस के कई नेता व प्रशंसक उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए पहुंच गए। लोगों की भीड़ भी मंच तक पहुंच गई। कई लोग मंच पर चढ़ गए, जिससे वह टूट गया। इससे साउंड सिस्टम भी खराब हो गया। इससे सुनील दत्त नाराज हो गए।

    ये भी पढ़ें: Rajouri News: किसानों के लिए तेज बारिश और आंधी बनी मुसीबत, इन दो फसलों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

    सुनील दत्त को सुनने पहुंची थी भारी भीड़

    बिना साउंड सिस्टम के उन्होंने बोलने का प्रयास तो किया, लेकिन भीड़ का शोर इतना था कि किसी को कुछ सुनाई नहीं दिया और फिर वह नहीं बोले। उनके साथ उस समय के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और मंगतराम शर्मा भी थे। हालांकि, रणधीर सिंह भाजपा उम्मीदवार प्रो. चमन लाल गुप्ता से चुनाव हार गए थे।

    सुनील दत्त को ही सुनने पहुंचे अश्विनी गुप्ता ने बताया कि उस समय हमने कालेज की पढ़ाई की थी। सुनील दत्त को देखने के लिए सभी दोस्त पहुंचे थे। मगर माइक खराब होने के कारण सुन नहीं पाए। इससे सभी मायूस थे। मगर उन्हें सुनने के लिए बहुत भीड़ थी।

    दो पूर्व प्रधानमंत्री और आडवाणी भी आ चुके चौगान मैदान

    रामनगर के इस मैदान पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी रैली कर चुके हैं। उन्हें सुनने के लिए भी हजारों की संख्या में भीड़ थी। यही नहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी भी इसी चौगान मैदान पर रैली कर चुके हैं।

    ये भी पढ़ें: Srinagar News: रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल रहे एजेंटों का CBI ने किया पर्दाफाश, पीड़ित परिवार के दर्ज किए बयान