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    Amarnath Yatra: बालटाल मार्ग पर यात्रा फिर शुरू, पहलगाम मार्ग पर अभी भी स्थगित, जम्मू से रवाना नहीं हुआ जत्था

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 12:31 PM (IST)

    खराब मौसम के कारण एक दिन के लिए स्थगित रहने के बाद अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई है। अधिकारियों के अनुसार यात्रा बालटाल मार्ग से शुरू हो गई है जबकि पहलगाम मार्ग पर मरम्मत कार्य जारी है। भारी बारिश के कारण सड़कें असुरक्षित हो गई थीं जिसके चलते यात्रा को रोकना पड़ा था। अब तक 3.93 लाख से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं।

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    अधिकारियों ने बताया कि अमरनाथ यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। मौसम में सुधार के बाद अमरनाथ यात्रा एक दिन स्थगित रहने के बाद बहाल कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण यात्रा को एक दिन रोका गया था परंतु आज वीरवार को यात्रा बालटाल मार्ग से फिर से शुरू हो गई। 

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    हालांकि खराब मौसम के कारण जम्मू से इसे स्थगित कर दिया गया। पहले से दी गई सूचना के तहत सुबह जम्मू से दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा तक तीर्थयात्रियों के किसी भी नए जत्थे को जाने की अनुमति नहीं दी गई।

    वहीं पहलगाम मार्ग पर बारिश के कारण हुई फिसलन को कम करने व मरम्मत कार्य जारी होने की वजह से स्थगित रहेगी। कश्मीर में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कें असुरक्षित हो गई थीं, जिसके बाद बुधवार को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी।

    एक अधिकारी ने कहा, "आज सुबह बालटाल मार्ग से यात्रा फिर से शुरू हो गई।" उन्होंने आगे कहा, "हाल ही में हुई बारिश के बाद अमरनाथ यात्रा मार्ग के पहलगाम मार्ग पर आवश्यक रखरखाव कार्यों के मद्देनजर, यात्रा केवल बालटाल मार्ग से ही जारी रहेगी।"

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    अधिकारी ने कहा कि वीरवार को जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से बालटाल और नुनवान आधार शिविरों की ओर किसी भी काफिले को जाने की अनुमति नहीं होगी। इस वर्ष अब तक 3.93 लाख से अधिक यात्री पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। 3 जुलाई से शुरू हुई यह वार्षिक यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी। 

    जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने कहा कि यात्रा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कश्मीर स्थित आधार शिविरों से तीर्थयात्रियों की आवाजाही प्रभावित हुई है। इसलिए यह निर्णय लिया गया कि 31 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर से बालटाल और नुनवान स्थित आधार शिविरों की ओर किसी भी काफिले की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी।

    तीर्थयात्रियों को शुक्रवार को आगे की यात्रा के लिए उच्च सुरक्षा वाले भगवती नगर आधार शिविर में ठहराया गया है। यह दूसरी बार है जब यात्रा जम्मू से स्थगित की गई है। 17 जुलाई को कश्मीर के दोनों आधार शिविरों में भारी बारिश के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी।

    3 जुलाई को घाटी से शुरू हुई 38 दिवसीय तीर्थयात्रा के बाद से 3.93 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में भगवान शिव के बर्फ के शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं। दो जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी।

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    इसके बाद से कुल 1,44,124 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुए हैं। वीरवार को दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या चार लाख के आंकड़े को छु सकती है। गत वर्ष पांच लाख दस हजार यात्रियों ने दर्शन किए थे। यात्रा नौ अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी।