अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था इस दिन होगा रवाना, सभी तैयारियां पूरी; पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद
जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना होगा। यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। यात्री निवास भगवती नगर चंद्रकोट और पंथाचौक में श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पहले जत्थे को रवाना करेंगे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए बुधवार को पहला जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना होगा। यात्रा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। तीन जुलाई को शुरु हो रही यात्रा के लिए यात्री निवास भगवती नगर, यात्री निवास चंद्रकोट, यात्री निवास पंथाचौक में श्रद्धालुओं को ठहराने के प्रबंध पूरे कर लिए गए है। उपराज्यपाल के अलावा श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अधिकारी, प्रशासन व पुलिस के अधिकारी नियमित तौर पर जायजा ले रहे हैं।
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए है। तीन जुलाई को पवित्र गुफा में पहले दर्शन के साथ ही 38 दिन की वार्षिक यात्रा शुरु हो जाएगी। यात्रा 9 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन संपन्न होगी। यात्रा को लेकर भारी उत्साह है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बुधवार को जम्मू के यात्री निवास भगवती नगर से श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना करेंगे।
जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिला के चंद्रकोट में यात्री निवास भी श्रद्धालुओं के लिए तैयार है। इसमें तीन हजार से अधिक श्रद्धालुओं को ठहराने की व्यवस्था की गई है। इस यात्री निवास का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि भूस्खलन के कारण जब राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो जाता है तो इसी यात्री निवास में श्रद्धालुओं को ठहराया जाता है। यात्री निवास पंथाचौक भी बन कर तैयार हो गया है। यह भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं के काम आएगा।
अगर मौसम खराब होने के कारण पहलगाम या बालटाल से यात्रा को स्थगित करने की जरूरत होगी तो यहां पर श्रद्धालुओं को ठहराने में मदद मिलेगी। यात्रा के लिए शिव भक्त जम्मू पहुंचना शुरु हो गए है तो कई श्रद्धालु सीधे ही बालटाल व पहलगाम पहुंच कर यात्रा करेंगे।
अक्सर पिछले कई सालों से यह देखने में आ रहा है कि सीधे पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या, जम्मू के यात्री निवास भगवती नगर से रवाना होने वाले जत्थों से अधिक होती है।
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