शेषनाग पर सवार होकर आए गौरी नंदन
जागरण संवाददाता, जम्मू : पूजा अर्चना से भगवान गणेश जी को प्रसन्न कर सभी मनोकामना पूरी करवानी की चाहत
जागरण संवाददाता, जम्मू : पूजा अर्चना से भगवान गणेश जी को प्रसन्न कर सभी मनोकामना पूरी करवानी की चाहत लिए श्रद्धालुओं का गणेश चतुर्थी का इंतजार सोमवार को खत्म हो जाएगा।
शहर में गणेश चतुर्थी पर कई कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। खासकर सोमवार से गणेशोत्सव आरंभ हो जाएगा। इस बार गणपति शेषनाग पर विराजमान होकर आएंगे। गौरी नंदन के गृह प्रवेश को लेकर तैयारियों का अंतिम रूप दे दिया गया। श्रद्धालु गणेश चतुर्थी के दिन गौरी नंदन को मुहूर्त के समय पर गाजे बाजे के साथ अपने घर ले जाए, इसके लिए मूर्तिकार दिन भर मूर्तियों को अंतिम रूप देते नजर आए। लक्ष्मी नारायण मंदिर गांधी नगर में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ शेषनाग के सिंहासन पर भगवान गणेश के विराजमान होने के साथ महोत्सव आरंभ हो जाएगा।
भगवान गणेश के पंडाल में विराजमान होने के साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी। इस बार जम्मू वासियों के लिए काफी कुछ नया होगा। कृष्ण रासलीला की जगह इस बार स्थानीय व देश के दूसरे राज्यों से आमंत्रित किए गए कलाकार गणपति की लीलाओं पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। सुबह व शाम के समय की जाने वाली विशेष आरती भी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसके अलावा राज्य की सुख-समृद्धि व शांति के लिए हवन-यज्ञ किया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य रोहित वशिष्ठ ने कहा कि मान्यता है कि दस दिवसीय इस उत्सव के दौरान भगवान शिव और पार्वती के पुत्र गणेश पृथ्वी पर रहते हैं। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उन्हें बुद्धि, समृद्धि और वैभव का देवता मान कर उनकी पूजा की जाती है। गणेश पूजा की तैयारियों को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। ऐसा लग रहा है कि गणेश चतुर्थी से पूरा शहर भगवान श्री गणेश के रंग में रंगने जा रहा है।
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ऐसे करें पूजा अर्चना
किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। गणेशचतुर्थी पर उनकी पूजा अर्चना से उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है।
पंडित तारा चंद शर्मा ने बताया कि किसी हाथी को हरा चारा खिलाएं गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करने के बाद एक कांसे की थाली लें और उस पर चंदन से गणेश मंत्र लिखें। पांच बूंदी के लड्डू रखें। पूजा करने के बाद किसी गणेश मंदिर में इन लडडूओं को दान कर दें। गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को 21 गुड़ की ढेली के साथ दूर्वा रखकर चढ़ाएं। भगवान गणेश का अभिषेक करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
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