Junior Hockey World Cup: नौ साल बाद पदक जीतना चाहेगा भारत, अर्जेंटीना से आज कांस्य के लिए मुकाबला
रविवार को सेमीफाइनल में भारत सात बार के चैंपियन और मौजूदा चैंपियन जर्मनी से 1-5 से हार गया था। जर्मनी और स्पेन के बीच फाइनल भी बुधवार को ही खेला जाएगा ...और पढ़ें

कांस्य पर होगी भारत की नजर।
चेन्नई, पीटीआई: एफआइएच पुरुष जूनियर विश्व कप में भारत का खिताब फिर से जीतने का सपना भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन मेजबान टीम बुधवार को यहां अर्जेंटीना के विरुद्ध कांस्य पदक मैच में कम से कम पोडियम पर जगह बनाने और घरेलू फैंस को खुश होने का मौका देने की उम्मीद करेगी। भारत ने अपना आखिरी खिताब नौ साल पहले 2016 में लखनऊ में जीता था।
रविवार को सेमीफाइनल में भारत सात बार के चैंपियन और मौजूदा चैंपियन जर्मनी से 1-5 से हार गया था। जर्मनी और स्पेन के बीच फाइनल भी बुधवार को ही खेला जाएगा। इसमें जर्मनी अपने आठवें खिताब की तलाश में होगा।
एक बार फिर खिताब से चूकने से दुखी भारतीय टीम फिर से एकजुट होकर अपनी गलतियों को सुधारने और घरेलू टूर्नामेंट में कम से कम एक पदक जीतने की कोशिश करेगी। हालांकि, दो बार की चैंपियन अर्जेंटीना भारत के लिए एक मुश्किल प्रतिद्वंद्वी होगी और उसने टूर्नामेंट में पहले ही अपनी ताकत दिखा दी है।
अर्जेंटीना ने 2005 और 2021 में खिताब जीता था। वह भी इस टूर्नामेंट में स्पेन के विरुद्ध एक करीबी सेमीफाइनल में 1-2 से हार के बाद दुखी हैं और टूर्नामेंट को शानदार तरीके से खत्म करने के लिए बेताब हैं। वहीं भारतीय टीम दबाव जर्मनी के विरुद्ध जिस तरह बिखर गई और आसान गोल खा लिए।
भारतीय बैकलाइन ने आसानी से गेंद से नियंत्रण गंवाने की गलती की। दिलराज सिंह, अर्शदीप सिंह, सौरभ आनंद कुशवाहा, गुरजोत सिंह और अजीत यादव जैसे खिलाड़ियों ने कई मौके बनाए, लेकिन इन्हें गोल में बदलने में नाकाम रहे। अब भारतीय टीम अर्जेंटीना के विरुद्ध इन सब गलतिों दोहराना नहीं चाहेगी।

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