ऑपरेशन सिंदूर खत्म, लेकिन पंचायतों में अब तक नहीं जलीं सोलर लाइटें; ब्लैकआउट के दौरान हुई थीं बंद
16 मई 2025 को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत ऊना जिले में ब्लैकआउट किया गया था। 27 मई को ऑपरेशन खत्म होने और सीजफायर के बाद भी कई पंचायतों ने सोलर लाइटें शुरू नहीं की हैं जिससे नागरिकों को परेशानी हो रही है। प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की गई है ताकि सुरक्षा और सुविधा बहाल हो सके।

अविनाश विद्रोही, गगरेट। 16 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट जारी करते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस अभियान के तहत उत्तर भारत के कई संवेदनशील जिलों में रात के समय ब्लैकआउट करने के निर्देश जारी हुए। ऊना जिला भी इससे अछूता नहीं रहा।
ब्लैकआउट के दौरान घरों की लाइटें बंद कर दी गईं और सार्वजनिक स्थलों पर लगी सोलर लाइटों को पंचायतों द्वारा कपड़ों से ढक दिया गया, ताकि रात में रोशनी न हो और सुरक्षा जोखिम को कम किया जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर को 27 मई 2025 को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया गया और 28 मई 2025 को भारत-पाक सीमा पर सीजफायर की घोषणा के साथ हालात सामान्य घोषित किए गए। इसके बाद उपायुक्त ऊना द्वारा सभी पंचायतों को सोलर लाइटें पुनः शुरू करने के स्पष्ट निर्देश भी जारी कर दिए गए।
करीब एक माह तक कई पंचायतें इन निर्देशों की अनदेखी कर रही हैं। अनेक स्थानों पर सोलर लाइटें अब भी कपड़ों से ढकी हुई हैं और रात के समय अंधेरे से आम नागरिकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द संबंधित पंचायतों को सक्रिय कर सोलर लाइटों को चालू करवाया जाए, ताकि सुरक्षा और सुविधा बहाल हो सके।
बरसात में सांप बिच्छू का ज्यादा डर
जिला ऊना में प्री मानसून शुरू हो गया है और कीट पतंगों के साथ साथ जहरीले सांप भी रास्तों में निकल रहे है ऐसे में लाइट की सुविधा बंद होने से लोग इसका शिकार हो सकते है । बावजूद इसके अब तक ग्राम पंचायत प्रधानों ने इन सोलर लाइट को शुरू करवाने के लिए कोई प्रयास नही किया जबकि उपायुक्त ऊना ने इसके लिए साफ निर्देश जारी कर दिए थे ।
उपायुक्त ऊना ने सीज फायर के तुरंत बाद निर्देश जारी कर दिए थे । बीडीओ से इस विषय में बात की जाएगी और सभी पंचायतों की सोलर लाइट तुरंत बहाल करवाई जाएगी।
- सौमिल गौतम , एसडीएम गगरेट
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