प्राकृतिक खेती अपनाकर युवाओं के लिए प्ररेणा बना बंगाणा का इंजीनियर
उपमंडल बंगाणा की पंचायत सिहाना के मनजीत सिंह ने प्राकृतिक खेती कर एक मिसाल कायम की है
बंगाणा,राकेश राणा। उपमंडल बंगाणा की पंचायत सिहाना के मनजीत सिंह ने प्राकृतिक खेती कर एक मिसाल कायम की है, और अब विभाग के आला अधिकारियों से लेकर किसान भी मनजीत के घर जाकर उनके पॉलीहाउस में लगी जीरो बजट जैविक खेती के माध्यम से उगाई गई सब्जियों को देख रहे हैं। सिहाना पंचायत के मनजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब तीन साल पहले एक हजार वर्ग मीटर में एक पॉलीहाउस लगाया था। आम लोग पढ़ाई करने के बाद सरकारी नौकरी अथवा अच्छी नौकरी के पीछे भागते हैं, लेकिन उन्होंने उनसे कुछ अलग करने के लिए कृषि को विकल्प चुना।
पॉलीहाउस के बनते ही सब्जियां लगानी शुरु कर दीं, और दो वर्षों तक खूब सब्जियां भी उगाई। परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं लगा तो तकनीक को बदलने की सोची। करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने अपने पॉलीहाउस में जीरो बजट जैविक खेती यानी प्राकृतिक सब्जियों को उगाने के फैसला किया। मनजीत ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार भी जीरो बजट ज़ैवित खेती को बढ़ावा देने पर बल दे रही थी। सरकार की योजना को मूर्तरूप देने के लिए उन्होंने इस खेती की शुरूआत की और इसका उन्हें काफी
लाभ हुआ। उनके ग्रीन हाउस के आस पास जितनी भी उपजाऊ भूमि है, वहां भी प्राकृतिक खेती की जा रही है। मनजीत सिंह ने बताया कि उन्हें सालाना 4 लाख के करीब सब्जियों में मुनाफा होता है। और घर की फसल भी जीरो बजट जैविक खेती के माध्यम से उगाई जाती हैं।
36 वर्षीय मनजीत सिंह कंप्यूटर साइंस में है एमटेक
मंजीत ने कंप्यूटर साइंस में एमटेक करने के बाद वर्ष 2009 से 2016 तक हिमाचल यूनिवर्सिटी शिमला में सहायक प्रोफेसर पद पर अपनी सेवाएं भी दी हैं। युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रहे हैं मनजीत सिंह
उपमंडल बंगाणा की सिहाणा पंचायत का मनजीत सिंह अब जीरो बजट जैविक खेती को लेकर कुटलैहड़ के युवाओं में प्रेरणा स्रोत बने हैं। कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर भी मंजीत के इन प्रयासों के लिए सराहना कर चुके हैं।