Bulk Drug Park: ऊना में औद्योगिक विकास को मिलेगी नई गति, 900 करोड़ के टेंडर किए गए जारी
Himachal Bulk Drug Park ऊना हिमाचल प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उद्योग विभाग ने 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए हैं जिससे बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। पानी और बिजली के लिए पहले ही 85 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और जल शक्ति विभाग 70 करोड़ रुपये से 15 एमएलडी पानी उपलब्ध कराएगा।

सतीश चंदन, ऊना। Himachal Bulk Drug Park, हिमाचल प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क से रोजगार के अवसर खुलेंगे। जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र के पोलियां गांव में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क के लिए उद्योग विभाग ने 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए हैं।
ये टेंडर अवार्ड होते ही 1402 हेक्टेयर भूमि समतल करने के साथ इंडस्ट्रियल पार्क, ईटीपी, सीईटीपी प्लांट, सड़क निर्माण, बिजली सुविधा और इंडस्ट्रियल एरिया अपग्रेडेशन समेत अन्य आधारभूत मूलभूत ढांचा मजबूत होगा।
अब तक उद्योग विभाग ने पानी व बिजली सुविधा के लिए करीब 85 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जल शक्ति विभाग की तरफ से करीब 70 करोड़ की लागत से 15 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए 50 लाख लीटर भंडारण क्षमता वाला टैंक पोलियां में और 25 लाख लीटर का टैंक दुलैहड़ की हुम खड्ड में बनाया गया है।
पंजूआणा में बन रहा प्रशासनिक भवन
बल्क ड्रग पार्क का प्रशासनिक भवन गांव पंजूआणा में बन रहा है। वहां पेयजल आपूर्ति के लिए साढ़े छह लाख लीटर क्षमता का टैंक बन चुका है, जबकि इतनी ही क्षमता के दूसरे टैंक का निर्माण चल रहा है। बल्क ड्रग पार्क प्रोजेक्ट में कुल 150 मेगावाट बिजली जरूरत होगी। इसके लिए प्रथम फेज में 15 करोड़ रुपये खर्च करके गोंदपुर बूला व टाहलीवाल में विद्युत स्टेशन स्थापित करके लाइन बिछाई है।
इस तरह प्रदूषण से बचेंगे जलस्रोत
बल्क ड्रग पार्क में एक बड़ा कामन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) बनाया जाएगा। यह प्लांट सभी फैक्ट्रियों से निकलने वाले तरल अपशिष्ट को इकट्ठा कर साफ करेगा। साफ किए गए पानी को या तो दोबारा इस्तेमाल करना या मानक के अनुसार बाहर छोड़ा जाएगा। इससे पर्यावरण व स्थानीय जलस्रोतों को प्रदूषण से बचाया जा सकता है।
क्या है बल्क ड्रग पार्क
बल्क ड्रग पार्क में दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का निर्माण होगा। बीबीएन में सबसे बड़ा दवा उद्योग स्थापित करने के बावजूद हिमाचल की निर्भरता चीन पर खत्म नहीं हुई है। कच्चे माल का आयात अभी भी चीन से होता है। ऐसे में बल्क ड्रग पार्क के निर्माण से दवाओं के उत्पादन के साथ ही गुणवत्ता और दाम तय करने की स्वतंत्रता भी मिल जाएगी।
पार्क में ही तैयार होगी 20 मेगावाट बिजली
बल्क ड्रग पार्क निर्माण के लिए 150 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ेगी। इसमें से 20 मेगावाट बिजली का उत्पादन पार्क में ही होगा। इसके लिए 300.28 करोड़ से भाप तैयार करने वाला बायलर स्थापित किया जा रहा है। बायलर के भाप से बिजली तैयार होगी। 130 मेगावाट बिजली ग्रिड से ली जाएगी।
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विदेश से भी निवेश की संभावना
बल्क ड्रग पार्क में हजारों करोड़ रुपये का निवेश होगा जिसमें देश के नामी घरानों के अलावा विदेश से भी निवेश होने की संभावना है। इस पार्क के बनने के बाद प्रदेश व जिला ऊना के हजारों युवाओं के लिए घरद्वार पर रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
-मुकेश अग्निहोत्री, उपमुख्यमंत्री।
क्या कहते हैं अधिकारी
बल्क ड्रग पार्क में प्रथम फेज में 15 एलटी पानी और बिजली का प्रबंध किया गया है। अब 900 करोड़ से पार्क का आधारभूत ढांचा मजबूत किया जाएगा।
-अंशुल धीमान, संयुक्त निदेशक, उद्योग विभाग ऊना।
पोलियां व दुलैहड़ में 50 व 25 लाख लीटर के भंडारण टैंक बनाए गए हैं। पंजूआणा में प्रशासनिक भवन क्षेत्र में 15 लाख लीटर पानी की क्षमता का टैंक बनाया जा रहा है। इसके अलावा विभाग अतिरिक्त पानी की आपूर्ति की दिशा में कार्य कर रहा है।
-नरेश धीमान, अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग ऊना।
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