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    हिमाचल: बघाट बैंक के 12 डिफाल्टरों को गिरफ्तार करने का आदेश, चार गाड़ियां भी जब्त करने को कहा; वसूलनी है मोटी रकम

    By Rajesh SharmaEdited By: Rajesh Sharma
    Updated: Sun, 19 Oct 2025 01:36 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बघाट अर्बन सहकारी बैंक के 12 डिफाल्टरों को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए गए हैं। बैंक को इन डिफाल्टरों से लगभग 30 करोड़ रुपये वसूलने हैं। आरबीआई ने भी निकासी पर रोक लगाई थी, जिससे कई खाताधारक प्रभावित हुए। बैंक का एनपीए 138 करोड़ तक पहुंच गया है। चेयरमैन ने बकाया राशि जमा करवाने की अपील की है।

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    हिमाचल प्रदेश के बघाट बैंक के डिफाल्टरों को गिरफ्तार करने का आदेश हुआ है।

    संवाद सहयोगी, सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में बघाट अर्बन सहकारी बैंक के डिफाल्ट मामले में असिस्टेंट रजिस्ट्रार को आपरेटिव सोसायटी (एआरसीएस) ने 12 डिफाल्टरों को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं। 

    चार ऐसे डिफाल्टरों की गाड़ियों को जब्त करने के आदेश भी दिए हैं, जिनकी गाड़ियां बैंक ने फाइनांस की थीं। इनसे बैंक ने लगभग 30 करोड़ रुपये वसूलने हैं। इसे लेकर एआरसीएस ने सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह को लिखित में सूचित किया है।

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    499 डिफाल्टर हैं बैंक के

    बैंक के कुल 499 डिफाल्टर हैं। इनमें से 147 मामले एआरसीएस की अदालत में रिकवरी के लिए भेजे गए थे। बैंक की ओर से चेयरमैन अरुण शर्मा की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल आरसीएस शिमला में गया था और वहां डिफाल्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। इस आग्रह के बाद ही एआरसीएस ने गिरफ्तारी और जब्ती के आदेश जारी किए।

    आरबीआइ ने 10,000 रुपये से अधिक की निकासी पर लगा दी थी रोक

    हाल ही में आरबीआइ ने भी कार्रवाई करते हुए 10,000 रुपये से अधिक की निकासी पर छह महीने के लिए रोक लगा दी थी। इस कारण बैंक के लगभग 80 हजार खाताधारक अपनी जमा राशि निकालने में असमर्थ रहे। 

    138 करोड़ पहुंच चुका है बैंक का एनपीए

    बैंक का एनपीए 138 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो इन 499 डिफाल्टर के पास फंसा हुआ है। इससे बैंक की वित्तीय स्थिति प्रभावित हो रही है। हालांकि अब बैंक ने डिफाल्टरों से पैसा वसूलने की प्रक्रिया में सख्ती दिखाई है। 

    बघाट बैंक के चेयरमैन अरुण शर्मा ने कहा कि आगे भी इसी तरह के गिरफ्तारी वारंट डिफाल्टर के खिलाफ जारी होते रहेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई कार्रवाई से बचना चाहता है तो समय पर बैंक आकर बकाया राशि जमा करवाए।

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