'मेरी लाडो को ढूंढ दो...', बिलखती हुई मां ने लगाई गुहार, तीसरे दिन भी भूखे-प्यासे फैक्ट्री के बाहर खड़े रहे लापता लोगों के स्वजन
Baddi Factory Fire हिमाचल प्रदेश के बद्दी में लगी भयानक आग ने लोगों की जिंदगी तबाह कर दी। तीसरे दिन लापता कर्मचारियों के स्वजन का हौसला भी पस्त होने लगा है। रविवार को घटना स्थल पर रोते बिलखते स्वजन पुलिस से अंदर जाने की जिद करते रहे। इनके इंतजार का तीसरा दिन भी भूखे प्यासे गुजरा और ऐसे में अब शांति भंग होती दिखाई देने लगी है।
सुनील शर्मा, बीबीएन। Baddi Factory Fire: बरोटीवाला एनआर अरोमा उद्योग अग्निकांड के तीसरे दिन लापता कर्मचारियों के स्वजन का हौसला भी पस्त होने लगा है। रविवार को घटना स्थल पर रोते बिलखते स्वजन पुलिस से अंदर जाने की जिद करते रहे। कई बार माहौल तनावपूर्ण भी हुआ। इनके इंतजार का तीसरा दिन भी भूखे प्यासे गुजरा और ऐसे में अब शांति भंग होती दिखाई देने लगी है।
काजल की मां का रो-रोकर बुरा हाल
काजल की मां ज्ञानवति निवासी बदायूं उत्तर प्रदेश तीन दिन से भूखी प्यासी उद्योग के बाहर खड़ी है। रो-रोकर कह रही है कि मेरी लाडो को ढूंढ दो, मेरी लाडो को मत जलने दो। भूखी प्यासी ज्ञानवति कभी होश खो रही है तो कभी जोर जोर से चिल्लाकर बेटी को पुकार रही है। ज्ञानवति ने कहा कि अब पुलिस और बचाव दल बेटी को नहीं ढूंढ रहा है और न ही उन्हें प्रयास करने दे रहा है।
आंखों से आंसू नहीं हो रहे बंद
वहां मौजूद राजवीर, आशा व मुस्कान ने कहा कि पुलिस व बचाव दल को समय पर चाय और ब्रेड पकौड़ा मिल रहा है, लेकिन हमारी किसी को परवाह नहीं है। हमारे गले से 50 घंटे से पानी तक नहीं उतर रहा है। छत्रपुर, मध्य प्रदेश की कल्पना की मां आशा व रिश्तेदार सरवण भी टकटकी लगाकर इंतजार में बैठे हैं। जब उन्हें इसकी सूचना मिली तो वह पलवल व छत्रपुर से यहां पहुंचे हैं। एक पल के लिए उनकी आंखों से आंसू बंद नहीं हो रहे हैं।
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