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    हिमाचल के इस पंचायत प्रधान ने गांव के विकास पर खर्च कर दिया सारा मानदेय, सर्वसम्मति से हुआ था चयन; भूमि भी की दान

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Tue, 11 Nov 2025 01:14 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में कांटी मश्वा पंचायत के प्रधान काहन सिंह ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। उन्होंने अपना 3.40 लाख रुपये का मानदेय पंचायत के विकास कार्यों में खर्च कर दिया। काहन सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए भूमि भी दान की। उनका कहना है कि वह युवा पीढ़ी को कर्तव्यनिष्ठा का संदेश देना चाहते हैं। 

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    कांटी मश्वा के प्रधान 65 वर्षीय काहन सिंह।

    जागरण संवाददाता, नाहन। हिमाचल प्रदेश में जहां पंचायतों के विकास कार्यों में अनियमितताओं के मामले अकसर सामने आते हैं। वहीं जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र से ईमानदारी, जनसेवक व कर्तव्य परायणता की अद्भुत मिसाल सामने आई है। 

    यहां कांटी मश्वा के प्रधान 65 वर्षीय काहन सिंह ने अब तक के कार्यकाल में मिला 3.40 लाख रुपये मानदेय पंचायत में विभिन्न कार्यों पर खर्च किया है। उनका कहना है कि वह मानदेय के पूरे 3.51 लाख रुपये पंचायत में खर्च करेंगे। 

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    सर्वसम्मति से बने थे प्रधान

    जनवरी 2021 में पंचायत का कार्यकाल आरंभ हुआ था, लेकिन कांटी मश्वा पंचायत में प्रधान पद के लिए किसी ने नामांकन पत्र नहीं भरा। लोग चाहते थे कि काहन सिंह ही प्रधान बनें और इसके लिए सर्वसम्मति बनाई। 

    लोगों ने किया था राजी

    काहन नहीं चाहते थे कि वह इसके लिए आगे आएं। उनका नाम भी पंचायत की मतदाता सूची में नहीं था। लोगों के दबाव डालने पर वह राजी हुए और मतदाता सूची में नाम दर्ज होने के बाद उन्हें सर्वसम्मति से प्रधान पद की बागडोर सौंपी। 

    अस्पताल के लिए दान की है लाखों रुपये की भूमि

    काहन सिंह ने लाखों रुपये की निजी भूमि पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक केंद्र के लिए दान की। उनके कहने पर लोगों ने भी क्षेत्र के विकास के लिए भूमि दान की। 

    प्रधान बनते ही लिया था मानदेय पंचायत पर खर्चने का प्रण

    काहन सिंह ने प्रधान पद की बागडोर सौंपने के दिन ही निर्णय लिया था, वह पूरा मानदेय पंचायत के विकास पर खर्च करेंगे। उनका एकमात्र उद्देश्य युवा पीढ़ी को कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और अपने क्षेत्र के विकास कार्यों में योगदान का संदेश देना है। 

    अगला चुनाव लड़ने की नहीं इच्छा

    अगला चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा नहीं है। काहन सिंह का कहना है कि वह सतौन में लाइम स्टोन ट्रेडिंग का व्यापार करते हैं। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे व दो बेटियां हैं। बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटा मुंबई में एमएनसी में सेवाएं दे रहा है और दूसरे का दिल्ली में अपना कारोबार है। 

    स्कूल में भी दिए थे 51 हजार रुपये

    राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कांटी मशवा के कार्यकारी प्रधानाचार्य प्रताप सिंह ने बताया कि प्रधान काहन सिंह ने स्कूल को 51 हजार रुपये दिए हैं। ग्रामीणों नरेश चौहान, मित्र सिंह, अमर सिंह व दलीप सिंह ने बताया कि काहन सिंह ने पूरा मानदेय पंचायत के विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च कर रहे हैं।

    कहां कितनी राशि दी और देंगे

    • राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कांटी मश्वा में वार्षिक समारोह के दौरान 51,000 रुपये।
    • पंचायत में भगवान परशुराम व ठारी माता मंदिर के निर्माण के लिए 51,000 रुपये।
    • सामुदायिक भवन मश्वा के लिए 51,000 रुपये।
    • भगवान परशुराम नवयुवक मंडल मश्वा को 51,000 रुपये देंगे। 
    • छह प्राथमिक पाठशालाओं को 21,000-21,000 रुपये देंगे। 
    • छह आंगनबाड़ी केंद्रों को 21,000 रुपये देंगे। 

    2021 से 24 तक प्रधानों को मिला मानदेय 

    पंचायत प्रधानों को वर्ष 2021 में 4800 रुपये मिलते थे। वर्ष 2022 में मानदेय 5500, 2023 में 6,000, 2024 में 6500 व 2025 में 7500 रुपये हुआ।

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