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    'पाप का घड़ा भर चुका है', द ग्रेट खली ने तहसीलदार ऋषभ शर्मा को दी चेतावनी, जमीनी विवाद से जुड़ा है मामला

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:40 PM (IST)

    द ग्रेट खली ने पांवटा साहिब के तहसीलदार ऋषभ शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। खली ने आरोप लगाया कि ऋषभ शर्मा दलाली में शामिल हैं और जमीन हड़पने की ...और पढ़ें

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    खली ने तहसीलदार ऋषभ शर्मा पर फिर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

    जागरण संवाददाता, नाहन (सिरमौर)। पांवटा साहिब उपमंडल के तहसीलदार ऋषभ शर्मा पर द ग्रेट खली उर्फ दिलीप राणा ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शुक्रवार शाम को पांवटा साहिब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके द ग्रेट खली ने कहा कि ऋषभ शर्मा के पाप का घड़ा भर चुका है। अब अन्य लोगों के भी रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं।

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    दलाली का नया काम शुरू किया: खली

    खली ने कहा कि तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने पांवटा साहिब में दलाली का एक नया काम शुरू किया था। वह हर शिकायतकर्ता से कहते थे कि जाकर पापा से मिल लो। पापा से मिलने वाला सीन पहले तो खली की समझ में नहीं आया, लेकिन जब उन्होंने इसके बारे में पता किया तो पता चला कि जो लोग ऋषभ के पापा से मिल जाते थे, उनकी रजिस्ट्री हो जाती थी। जो नहीं मिलते थे, उनके दस्तावेजों पर ऑब्जेक्शन लगा दिए जाते थे।

    खली ने आगे कहा कि ऋषभ शर्मा लोकल होने के बावजूद तहसील में बदमाशी कर रहे थे। वह लोगों के पीठ पीछे उनकी जमीन की ततीमे काटकर प्रॉपर्टी डीलरों को दे रहे थे।

    एक दर्जन लोगों ने लगाए आरोप

    खली के साथ करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने तहसीलदार पर उनकी जमीन के दस्तावेजों में भी हेराफेरी करने का आरोप लगाया। इनमें बलविंदर कौर भाटावाली, गुरदीप सिंह सुरजपुर, जसवीर कौर सुरजपुर, परमजीत कौर सुरजपुर व पवन कुमार पुरूवाला शामिल हैं, जिन्होंने तहसीलदार ऋषभ शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए।

    '50 हजार और एक दुकान मांगी'

    मिश्रवाला के सुदर्शन सिंह चौहान ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद वह अपनी जमीन का कब्जा लेने के लिए तहसीलदार के पास पहुंचे, तो तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने उनसे 50 हजार रुपए की मांग की थी। उन्होंने 50 हजार रुपए ऋषभ शर्मा को दे दिए, इसके बावजूद ना तो उन्हें जमीन मिली ना कब्जा मिला। आरोप है कि जब सुदर्शन सिंह ने तहसीलदार से अपने 50 हजार रुपए वापस मांगे, तो उन्होंने कहा कि एक दुकान मेरे नाम कर दो, अगले दिन ही कब्जा दिलवा देंगे।

    'प्रॉपर्टी डीलर बने तहसीलदार'

    वहीं, सुदर्शन सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि तहसीलदार ऋषभ शर्मा राजस्व अधिकारी का काम कम और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम ज्यादा कर रहे थे। बहुत सारे गरीब लोग पांवटा साहिब के कई पटवार घरों, कानूनगो ऑफिस और तहसील कार्यालय ही नहीं जाते, उन्हें डर था कि कहीं तहसीलदार बदले में उनसे उनका घर ना मांग ले।

    जमीन हड़पने की कोशिश: खली

    खली ने कहा कि ऋषभ शर्मा जैसे अधिकारी पांवटा साहिब की देवभूमि को देशभर में बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऋषभ शर्मा द्वारा उनकी जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह किसी भी हाल में ऐसा नहीं होने देंगे। इसके लिए चाहे उन्हें कितनी बड़ी कानूनी लड़ाई क्यों ना लड़नी पड़े।