Himachal Weather Today: हिमाचल के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, तापमान में आई गिरावट
Himachal Weather Today हिमाचल के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। मौसम विभाग ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है। लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश के तीन जिलों शिमला कुल्लू व मंडी में 31 जुलाई की रात सात स्थानों पर बादल फटने से आई बाढ़ में बहे लोग अभी भी लापता हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला/रामपुर बुशहर। Himachal Weather Today: मौसम विभाग ने 13 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान प्रदेश के आठ जिलों में कई स्थानों पर 115 मिलीमीटर प्रति घंटे की गति से वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को इस दौरान नदी-नालों व भूस्खलन वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है। प्रदेश में कई स्थानों पर मंगलवार रात से रुक-रुक वर्षा हो रही है। मंडी से कुल्लू जाने वाला एनएच-21 भी भूस्खलन होने की वजह से अवरुद्ध हो गया।
अधिकतम तापमान में आई गिरावट
पांवटा साहिब में 116.6, धौलाकुआं में 76.5, करसोग में 64.2, नाहन में 56.1, नारकंडा में 44.5, गमरूर में 42.8, कुफरी में 18, शिमला, बिलासपुर व हमीरपुर में पांच-पांच मिलीमीटर वर्षा हुई। इससे अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। शिमला में यूएस क्लब में पेड गिरने से एक गाड़ी को नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश में वर्षा से अब तक 748.61 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति को नुकसान हो चुका है। पहली अगस्त से अब तक प्रदेश में 71.5 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है, जबकि 68.4 मिलीमीटर होनी चाहिए थी। यह सामान्य से पांच प्रतिशत अधिक है। बुधवार को 10.8 मिलीमीटर वर्षा हुई, जो सामान्य से सात प्रतिशत अधिक है।
स्वजन की सहमति पर ही बंद होगी लापता लोगों की तलाश
प्रदेश के तीन जिलों शिमला, कुल्लू व मंडी में 31 जुलाई की रात सात स्थानों पर बादल फटने से आई बाढ़ में बहे 36 लोगों की तलाश के लिए अभियान स्वजन की सहमति के बाद ही बंद होगा। कुल 55 लोग लापता हुए थे, जिनमें से अब तक 19 के शव मिले हैं। शिमला के समेज से 26, मंडी के राजबन से एक व कुल्लू के बागीपुल से नौ लोग लापता हैं। तीनों जिलों में सात दिन से लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है।
कब तक जारी रहेगा अभियान?
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक डॉ. डीसी राणा का कहना है कि अभियान कब तक जारी रहेगा, यह स्थानीय लोगों व प्रशासन की सहमति पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि शवों को तलाश करने का अभियान कब तक जारी रखा जाएगा, ये फिलहाल कहा नहीं जा सकता है।
गत वर्ष शिमला, मंडी, कुल्लू में बाढ़ आने से लापता 39 लोगों की तलाश के लिए 25 दिन तक अभियान चला था। लोगों की सहमति के बाद इसे बंद किया गया था। उसके बाद लापता लोगों के संबंध में स्थानीय प्रशासन की ओर से राज्य स्वास्थ्य पंजीयक को सूचना दी गई थी। स्वास्थ्य पंजीयक की ओर से उन्हें मृत घोषित किया गया था।
सैंज के नजदीक सतलुज नदी के किनारे मिला एक शव
समेज हादसे के बाद से चल रहे सर्च आपरेशन के सातवें दिन बुधवार सुबह सैंज के नजदीक सतलुज नदी के किनारे एक क्षत-विक्षत शव मिला है। प्रथमदृष्टया में यह शव महिला का बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम के लिए शव रामपुर अस्पताल भेज दिया है। कुल्लू प्रशासन को भी शव मिलने की सूचना दे दी है। सुन्नी में चार, रामपुर के ढकोलढ़ में तीन, ब्रौ दो, सैंज में एक में शव बरामद हो चुका है।
डीएनए रिपोर्ट आने के बाद होगी शवों की पहचान
दो शवों की पहचान हो चुकी है, जो समेज गांव के लोगों के थे और बाकी की पहचान डीएनए रिपोर्ट आने के बाद होगी। शवों को पोस्टमार्टम करवाने के बाद आइजीएमसी शिमला के शव गृह में रखा जा रहा है। जिन शवों की पहचान नहीं हो रही है उनके डीएनए मैच किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन स्वजन के ठहरने की व्यवस्था कर रहा है। सर्च अभियान के दौरान मिले शवों में से दो की पहचान स्वजन ने की है।
यह भी पढ़ें: Himachal News: हिमाचल में बादल फटने से मृतकों की संख्या 22 हुई, लापता 30 लोगों की तलाश जारी
मंगलवार को सुन्नी में मिले शव की पहचान 23 वर्षीय रचना पत्नी राजेश कुमार निवासी कंदराहड़ डाकघर सुघा के रूप में हुई, जिसका बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। रचना की शादी गत वर्ष हुई थी। उसका जेठ, सास, ससुर, चाची सास, ननद व देवर लापता हैं। घर में केवल रचना का पति राजेश कुमार ही बचा है। दूसरे शव की पहना प्रीतिका पुत्री राजकुमार पांडे झारखंड निवासी के तौर पर हुई है।