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    देर रात तक काम करते थे विमल नेगी, जांच में हुआ खुलासा; ओंकार शर्मा ने ऊर्जा निगम में 3 घंटे तक खंगाले रिकॉर्ड

    Updated: Tue, 01 Apr 2025 10:56 PM (IST)

    राज्य ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक विमल नेगी की मौत के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह व राजस्व ओंकार शर्मा ने ऊर्जा निगम के कार्यालय का दौरा किया। उन्होंने वहां पर करीब तीन घंटे इस मामले में रिकॉर्ड को खंगालने के अलावा वहां पर अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की। वह इस संबंध में सारे तथ्यों को खंगाल रहे हैं।

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    Himachal News: मृतक विमल नेगी का फाइल फोटो।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक विमल नेगी की मौत मामले को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह व राजस्व ओंकार शर्मा मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे ही ऊर्जा निगम के कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने वहां पर करीब तीन घंटे इस मामले में रिकॉर्ड को खंगालने के अलावा वहां पर अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की।

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    वह इस संबंध में देर रात तक कर्मचारियों को बैठाने के अलावा परियोजनाओं को लेकर मानसिक दबाव बनाए जाने को लेकर सारे तथ्यों को खंगाल रहे हैं। इस दौरान वहां पर पुराना सारा रिकॉर्ड जांचा, जिससे सरकार को मामले की रिपोर्ट सौंपी जा सके।

    देर रात तक काम करते थे विमल नेगी

    ओंकार शर्मा ऊर्जा निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के बयानों को दर्ज करने के अलावा विमल नेगी की पत्नी और स्वजनों के बयान दर्ज कर चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार, कार्यालय में काम करने को लेकर रिकॉर्ड की जांच में देर रात तक काम करने की बात सामने आई है।

    विमल नेगी द्वारा छह माह के दौरान जिन फाइलों पर हस्ताक्षर किए गए उनको भी जांचा गया। इस मामले में ऊर्जा निगम के निदेशक देसराज और उर्जा निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक हरिकेश मीणा के बयान दर्ज होने हैं।

    विधानसभा में की गई घोषणा के तहत 5 अप्रैल को रिपोर्ट सौंपी जानी है। प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को 15 दिनों में विमल नेगी मौत मामले में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है। 

    तीन महीने की हाजिरी और अन्य रिकॉर्ड मांगा

    बता दें कि राज्य ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक विमल नेगी की मौत मामले को लेकर जांच के लिए सर्विस बुक के अलावा तीन माह की निगम की हाजिरियों और अन्य रिकॉर्ड को मांगा गया था। जिन अधिकारियों को लेकर सवालिया निशान लगाए गए थे उनके पुराने ब्यौरे के अलावा अन्य जानकारियों को मांगा था।

    इस संबंध में पुलिस भी अलग से जांच कर रही है। विमल नेगी की मौत को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं कि मानसिक दबाव उन्हीं पर नहीं अन्य कर्मचारियों पर भी था। यही नहीं निगम में सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि उन्हें प्रताड़ित कर देर रात तक काम लिया जाता था।

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