'प्रताड़ित कर देर रात तक लिया जाता था काम', मांगी 3 महीने की हाजिरी; विमल नेगी मौत मामले में फाइल खंगाल रही है पुलिस
राज्य ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक विमल नेगी की मौत के मामले में जांच के लिए सर्विस बुक के अलावा तीन माह की निगम की हाजिरियों और अन्य रिकॉर्ड को मांगा गया है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह ओंकार शर्मा को जांच सौंपी है। पुलिस भी अलग से जांच कर रही है। जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश होगा।

राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य ऊर्जा निगम के महाप्रबंधक विमल नेगी की मौत मामले को लेकर जांच के लिए सर्विस बुक के अलावा तीन माह की निगम की हाजिरियों और अन्य रिकॉर्ड को मांगा गया है। इस संबंध में प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह ओंकार शर्मा को जांच सौंपी है।
जिन अधिकारियों को लेकर सवालिया निशान लगाए गए हैं उनके पुराने ब्यौरे के अलावा अन्य जानकारियों को मांगा है। इस संबंध में पुलिस भी अलग से जांच कर रही है। विमल नेगी की मौत को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं कि मानसिक दबाव उन्हीं पर नहीं अन्य कर्मचारियों पर भी था। यही नहीं निगम में सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि उन्हें प्रताड़ित कर देर रात तक काम लिया जाता था।
पुलिस की जांच शुरू, कर्चारियों से की जाएगी पूछताछ
यही कारण है कि निगम के कर्मचारियों की हाजिरी के अलावा विनोद कुमार की हाजिरी को भी जांचा जाएगा। बीते छह माह के दौरान ही हस्ताक्षर की गई फाइलों को भी जांचा जा रहा है। यही नहीं जो फाइलें निगम कार्यालय में आई हैं उनका भी डाटा लिया जा रहा है, जिससे सारी स्थितियों को जांचा जा सके।
आखिर किसी तरह का दबाव तो नहीं था। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने दिल्ली से लौटने के बाद जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में निगम के अधिकारियों के साथ कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। प्रदेश सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 15 दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
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