बर्फ का मजा लेने आ जाइए हिमाचल! शुरू हो गया हिमपात, शिमला-सिरमौर में बर्फबारी से खिले पर्यटकों के चेहरे
इस सीजन की पहली बर्फबारी ने जिला सिरमौर के किसानों और बागवानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। रविवार दोपहर बाद चूड़धार चोटी पर बर्फबारी शुरू हुई और शाम को नौहराधार चाबधार और हरिपुरधार के क्षेत्र में भी हल्की बर्फबारी हुई। पिछले तीन महीनों से बारिश और बर्फबारी न होने से किसान परेशान थे लेकिन अब उन्हें राहत मिली है।
जागरण संवाददाता, नाहन। जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चूड़धार चोटी पर रविवार दोपहर बाद इस सीजन का पहला हिमपात हुआ। इसके साथ ही जिला के नौहराधार, चाबधार और हरिपुरधार के क्षेत्र में हल्का हिमपात शाम को शुरू हुआ।
हरिपुरधार के समीप शिमला जिला के चंजाह, कफफ़ाह, बांदल और कुपवी क्षेत्र में भी दोपहर बाद हल्का हिमपात हुआ। पिछले तीन माह से ना बारिश हो रही थी, ना ही बर्फबारी, रविवार को इस सीजन का पहले हल्का हिमपात शुरू हुआ। इसके बाद किसान और बागवानों के चेहरे पर मुस्कान आए। जिला के किसान तीन माह से बारिश व बर्फ़ीबारी का इंतजार कर रहे थे।
10 बजे के बाद आसमान में बादल घिरने शुरू हुए
हालांकि अभी समूचे जिले में बारिश व बर्फबारी नहीं हुई है। मगर उम्मीद जरूर है कि अब मौसम जम कर मेहरबान होगा। रविवार सुबह की शुरुआत धूप के साथ हुई थी। धूप के साथ सुबह से ही तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई थी। 10 बजे के बाद आसमान में बादल घिरने शुरू हो गए थे।
दोपहर बाद करीब शाम 5 बजे नौहराधार हरिपुरधार व निकटवर्ती गांव शोभा, बांदल व कफ़लाह में अचानक बर्फबारी शुरू हो गई। सीजन की पहली बर्फबारी शुरू होने से क्षेत्र के लोग खुशी से झूमने लगे। बर्फबारी के बाद समूचे गिरिपार क्षेत्र में ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है।
यह भी पढ़ें- पति के साथ शादी में गई पत्नी प्रेमी के साथ फरार, एक महीने पहले हुआ था विवाह; ससुराल में मचा हड़कंप
माइनस चार डिग्री पहुंचा न्यूनतम तापमान
चूड़धार में भी दोपहर बाद से बर्फबारी होने की सूचना मिली है। बर्फबारी के बाद चूड़धार में न्यूनतम तापमान माइनस चार डिग्री तक पहुंच गया है।
जबकि दिन का अधिकतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नौहराधार, हरिपुरधार में दिन का अधिकतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान माइनस दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में पूरे क्षेत्र में भारी बर्फबारी व बारिश होने का अनुमान जताया गया है, जिससे क्षेत्र के किसानों व बागवानों में खुशी की लहर दिख रही है। इससे पहले बारिश औऱ बर्फबारी नहीं होने से बागवान काफी परेशान दिख रहे थे। फसल खराब हो रही थी। लेकिन अब उनके चेहरे खिल गए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।