हिमाचल में NH-5 पर दो महीने बाद शुरू हुआ ट्रैफिक, व्यापारियों ने ली राहत की सांस; सड़क खुलने से मरीजों को बड़ी राहत
ठियोग बाजार से गुजरने वाले एनएच-5 पर क्षतिग्रस्त सड़क के निचले हिस्से पर डंगे का काम पूरा हो गया है। सोमवार से सड़क पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने से लोगों और व्यापारियों को राहत मिलेगी। दो महीने से सड़क बंद होने से व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा था। सड़क खुलने से अस्पताल जाने वालों को भी सुविधा होगी।

संवाद सूत्र, ठियोग। जिला शिमला के उपमंडल ठियोग बाजार से गुजरने वाले राष्ट्रीय राज मार्ग पांच पर बिजली बोर्ड कार्यालय के समीप क्षतिग्रस्त सड़क के निचले हिस्से पर डंगे का काम पूरा होने से लोगों व व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
अब सड़क पर पहले की तरह वाहन गुजरने की राह खुल गई है। विभाग का कहना है कि सोमवार से सड़क पर यातायात शुरू कर आम जनता को राहत प्रदान की जाएगी।
सड़क मार्ग के खुलने की उम्मीद से ठियोग बाजार के व्यापारियों को एक बार फिर अपना कारोबार पटरी पर आने के संकेत नजर आ रहे हैं इससे वे उत्साहित हैं।
स्थानीय व्यापारी समय-समय पर नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करके डंगे के कार्य में तेजी लाने की गुहार करते रहे। वहीं दूसरी ओर एसडीएम शशांक गुप्ता सड़क मार्ग पर डंगे के निर्माण कार्य का निरीक्षण करते रहे। जिससे यह काम जल्द पूरा हो सका।
इस साल जनवरी माह में केंद्र की ओर से सड़क की रिपेयर, डंगे के निर्माण और टारिंग करने के लिए सवा चार करोड़ की राशि स्वीकृत की थी। अब जब डंगे का काम पूरा हो गया है तो सड़क के मरम्मत के अलावा नालियों के निर्माण में अधिक तेजी आने की उम्मीद है जिसके बाद टारिंग का काम शेष रह जाएगा।
सड़क-मार्ग खुलने से अस्पताल आने-जाने वालों को मिलेगी राहत
इस सड़क मार्ग के खुलने से अस्पताल पहुंचने वाले रोगियों को सबसे बड़ी राहत मिलने वाली है क्योंकि वे बाईपास का लंबा सफर तय करने से छूट जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर ऊपरी शिमला की ओर सामान लेकर जाने वाले भारी वाहनों को बाईपास की चढ़ाई से बचने का विकल्प मिल जाएगा।
दो वर्ष पूर्व बरसात में क्षतिग्रस्त हुई थी सड़क
दो वर्ष पूर्व बरसात में बिजली बोर्ड कार्यालय के समीप सड़क का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था और ठियोग बाईपास का काम भी अधूरा पड़ा था। सरकार ने सेब सीजन की अवधि को देखते हुए यहां पर बैलीब्रिज लगाकर यातायात की अस्थाई व्यवस्था बहाल की थी।
इसी दौरान बाईपास के निर्माण में तेजी लाई गई। बाईपास के शुरू होने के बाद इस जगह पर बैलीब्रिज हटाकर कंक्रीट के बड़े डंगे लगाए गए और सड़क मार्ग को बहाल किया गया।
लेकिन एक हिस्से पर डंगा लगाने का काम छोड़ दिया गया। जिससे यह हिस्सा इस साल 4 जून को दोबारा क्षतिग्रस्त हो गया और मार्ग को सभी तरह के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया।
स्थानीय व्यापारियों का कारोबार हुआ ठप
पिछले दो माह से ठियोग बाजार से गुजरने वाले सभी वाहनों का रुख बाईपास की ओर मोड़ देने से बाजार से किसी प्रकार का वाहन न गुजरने के कारण व्यापारी वर्ग के कारोबार में भारी गिरावट आ गई। इससे व्यापारियों में चिंता बढ़ती जा रही थी। कई व्यापारियों ने दुकानें बंद कर यहां से पलायन करने में ही समझदारी समझी।
बिजली बोर्ड के नजदीक क्षतिग्रस्त हिस्से पर डंगे के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। सोमवार को सड़क-मार्ग को वाहनों की आवाजाही के खोल दिया जाएगा। इसके अलावा सड़क को दुरुस्त करने के लिए गटका बिछाने का काम भी शुरू किया जाएगा। सड़क किनारे नालियों के निर्माण का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। बारिश का मौसम बीत जाने के बाद ही सड़क पर टारिंग की जाएगी।
- रवि भट्टी, अधिशासी अभियंता, राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण।
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