Shimla News: चैतन्य के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय MLA आशीष पर दर्ज केस की जांच करेगी SIT, दोनों ने कही मानहानि केस की बात
हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट के बाद कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इस मामले की जांच चार सदस्यीय एसआईटी को सौंपी गई है। वहीं चैतन्य के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने प्राथमिकी दर्ज की कापी मांगी है। इसके बाद उन्होंने मानहानि का दावा करने की बात कही।

जागरण संवाददाता, शिमला। कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता उत्तराखंड में मुख्य सचिव राकेश शर्मा व हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव गांधी ने एएसपी नवदीप के नेतृत्व में गठित चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी है। शिमला पुलिस ने राज्यसभा चुनाव में मतदान के दौरान विधानसभा तक अयोग्य घोषित व निर्दलीय विधायकों को लाने और यहां से ले जाने की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली है।
संभावना है कि भाजपा के जो विधायक इस दौरान उनके साथ थे, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इनके अलावा अन्य भाजपा-कांग्रेस के नेता जो साथ देखे गए थे, उनसे भी पूछताछ संभव है। विधायक और अयोग्य घोषित विधायक के स्वजन के बैंक खातों की जांच हो सकती है। इसकी तैयारी भी शिमला पुलिस ने शुरू कर दी है।
सीपीएस संजय अवस्थी व विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने दर्ज करवाई है शिकायत
मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) संजय अवस्थी व मनाली से विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने रविवार को शिमला के बालूगंज पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसमें आरोप लगाया है कि भाजपा विधायकों के साथ मिलकर इन्होंने षड्यंत्र रचा, जिसके पर्याप्त सबूत उनके पास हैं। शिकायत में इनके बैंक खातों की जांच करवाने की मांग की है। इन पर भ्रष्टाचार करने, आपराधिक षड्यंत्र रचने और राज्यसभा चुनाव में वोट के एवज में करोड़ों रुपये के लेन-देन के आरोप हैं। सरकार गिराने और बागियों के पांच से सात सितारा होटलों में रहने की व्यवस्था करने, हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने के आरोप लगाए हैं।
दोनों नेताओं पर करेंगे 50-50 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा- निर्दलीय विधायक
निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने कहा है कि संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने उनके खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज कर छवि खराब करने का प्रयास किया है। वह दोनों नेताओं पर 50-50 करोड़ रुपये का मानहानि का केस करेंगे। सोमवार को जारी बयान में आशीष ने कहा कि इन दोनों नेताओं के अलावा जो भी अधिकारी उन पर झूठा केस करवाने में संलिप्त हैं, वे भी कोर्ट में जवाबदेह रहेंगे।
थाना से प्राथमिकी की कापी नहीं दी जा रही। सत्ता का रौब दिखाकर कुछ नेताओं ने प्रदेश की राजनीति को दूषित करके देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। हमेशा सच के साथ चला हूं और आगे भी चलूंगा। कौन, कैसे भ्रष्टाचार कर रहा है, प्रदेश की जनता इसको भलीभांति जानती है। सत्ता हमेशा नहीं रहती, इसलिए जो लोग इस पर इठला रहे हैं, उनसे यही कहना चाहूंगा कि झूठ कितना भी बड़ा और ताकतवर हो जाए सच को कभी नहीं दबा सकता।
राकेश शर्मा ने मानहानी का दावा करने की कही बात
उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने कहा है कि उन पर दर्ज केस झूठ का पुलिंदा है। प्राथमिकी की कापी मांगी गई है, जो अभी तक नहीं मिली हैं। कापी मिलने के बाद उचित जवाब दिया जाएगा। जिन लोगों ने उनकी छवि खराब करने के लिए प्राथमिकी करवाई है, उनके खिलाफ मानहानि का दावा किया जाएगा।

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