शिमला युग हत्याकांड: बेबस पिता बोले- आज 15 साल का हो जाता बेटा, फैसले से नाखुश परिवार; क्या होगा अगला कदम?
Shimla Yug Murder Case शिमला के युग हत्याकांड में उच्च न्यायालय के फैसले से परिवार निराश है। पिता सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं। परिवार 11 वर्षों से न्याय का इंतजार कर रहा है लेकिन फैसले से असंतुष्ट है। उनका कहना है कि अगर युग जिंदा होता तो आज 15 साल का होता।

जागरण संवाददाता, शिमला। Shimla Yug Murder Case, युग हत्याकांड मामले में उच्च न्यायालय के बाद युग का परिवार सकते में आ गया है। इस फैसले के बाद पिता की आंखों में निराशा के साथ आक्रोश झलका, तो वहीं मां पिंकी की आंखों के आंसू नहीं रुक पा रहे। दादी चंद्रलेखा की आंखें यह सब देखकर स्तब्ध हैं।
परिवार 11 वर्षों से युग की हत्या करने वालों को उचित सजा का इंतजार कर रहा है। 11 वर्ष बाद जब मंगलवार को इस मामले में फैसला आया है, तो परिवार को यह समझ नहीं आ रहा है कि उनके बच्चे के साथ उचित न्याय हो पाया है कि नहीं।
हालांकि युग के पिता इस फैसले से पूरी तरह से नाखुश हैं और अब सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं। वहीं मां की आंखों से बह रहे आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। इस फैसले के बाद परिवार एक अजीब स्थिति में आ गया है।
आज 15 साल का हो जाता युग
11 वर्ष बीत जाने के बाद परिवार आज भी युग को याद करता है। माता-पिता कहते हैं कि अगर युग जिंदा होता तो आज 15 वर्ष का हो गया होता। पिता भावुक होकर कहते हैं कि अगर न्यायालय से न्याय नहीं मिलता है तो भगवान न्याय करेगा, लेकिन वह भी अपने बच्चे को उचित न्याय दिलाने के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
सात साल मामला चला पर न्याय नहीं मिला
सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए वकील से कानूनी सलाह ली जा रही है। पिता ने कहा कि सात साल तक उच्च न्यायालय में मामला चलता रहा, लेकिन उच्च न्यायालय से भी बच्चे को न्याय नहीं मिला।
कल शहर में निकालेंगे रैली
युग के परिवार जनों ने बताया कि बुधवार को शिमला शहर में युग को न्याय दिलाने के लिए रैली निकाली जाएगी। इस दौरान उच्च न्यायालय की ओर से एक आरोपित को बरी किए जाने और निचली अदालत के फैसले को पलट कर दोषियों को मौत की सजा के बजाय उम्रकैद देने के फैसले का भी वह विरोध करेंगे, ताकि उनके बच्चे को न्याय मिल सके।
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