संजौली मस्जिद के अवैध ढांचे को सील करने की मांग, जुम्मे की नमाज पर हुआ था विवाद; ...संदिग्ध गतिविधि की आशंका
शिमला के संजौली मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद विवाद हुआ, जिसके बाद देवभूमि संघर्ष समिति ने ढांचे को सील करने की मांग की है। समिति का तर्क है कि कोर्ट ने भी इसे अवैध माना है, इसलिए इसे सील कर देना चाहिए ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। उन्होंने स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए प्रशासन से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।

जिला शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद का फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला में संजौली मस्जिद में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के दिन विवाद के बाद ढांचे को सील करने की मांग उठी है। देवभूमि संघर्ष समिति जिला प्रशासन और निगम प्रशासन से मस्जिद के ढांचे को सील करने की मांग करेगी।
उनका तर्क है कि अब अवैध ढांचे को निगम के आदेश के बाद कोर्ट ने भी इसके अवैध होने पर मुहर लगाई है। इसलिए इसे अब सील कर दिया जाना चाहिए, ताकि इसमें किसी भी तरह की गतिविधियां न हो सकें। इसकी बिलजी पानी की सुविधा को भी काट दिया जाना चाहिए।
किसी भी गतिविधि के लिए हो सकता है इस्तेमाल
उन्होंने आरोप लगाया है कि इसका इस्तेमाल किसी भी गतिविधि को अंजाम देने के लिए किया जा सकता है। इसलिए स्थानीय लोगों की सुरक्षा और शिमला की बेहतरी के लिए इसे सील किया जाना चाहिए, ताकि यहां रहने वाले आसपास के लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। समिति के पदाधिकारी विजय शर्मा और मदन ठाकुर ने इस मामले में जल्द ही प्रशासन से मिलने की बात कही है।
मस्जिद के मामले में कोर्ट से अभी तक ये आए हैं फैसले
30 अक्टूबर को जिला अदालत ने मस्जिद की सभी मंजिलों को अवैध बताते हुए तोड़ने के आदेश दिए थे। इससे पहले नगर निगम के आयुक्त ने पांच अक्टूबर, 2024 और तीन मई 2025 को मस्जिद को अवैध करार देते हुए गिराने का आदेश दिया था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।