शिमला से दो और कार्यालय होंगे धर्मशाला और ऊना शिफ्ट, अब तक 7 आफिस बदले, CM बोले- कर्मचारियों को देंगे आप्शन
Himachal Pradesh News, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिमला में भीड़भाड़ कम करने के लिए दो और कार्यालय धर्मशाला और ऊना स्थानांतरित किए जाए ...और पढ़ें

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बात रखते मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू।
राज्य ब्यूरो, धर्मशाला। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने शिमला शहर में भीड़भाड़ को कम करने के लिए सात कार्यालयों को यहां से शिफ्ट किया है। दो और कार्यालयों को शिफ्ट करने की योजना है। इनमें राज्य सूचना आयोग को शिमला से धर्मशाला और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय को ऊना शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही, अन्य प्राप्त प्रस्तावों पर भी गुण-दोष आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
सीएम सुक्खू ने कहा कि इन विभागों के कर्मचारियों को आप्शन देंगे। यदि वे दूसरी जगह जाना चाहते हैं तो ठीक, नहीं तो अलग से भर्ती की जाएगी व उन्हें अन्य विभागों में समायोजित किया जाएगा।
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने वीरवार को सदन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय में एक हजार करोड़ की लागत से भवन तैयार किए गए, ये भवन खाली पड़े हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा भवन कांगड़ा जिला में खाली हैं।
शिमला में करोड़ों रुपये किराया दे रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी तरफ सरकार शिमला में कई भवनों का किराया करोड़ों में दे रही है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि खाली भवनों का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि शिमला शहर 25 हजार की आबादी के लिए बसाया गया था। मौजूदा समय में यदि साथ लगते क्षेत्रों को भी जोड़ कर देखा जाए तो 4 से 5 लाख की आबादी रहती है। एक एक घंटा ट्रैफिक जाम में ही लग जाता है।
विभाग नहीं निगम व आयोग के कार्यालय ही बदले
शिमला से कोई विभाग का कार्यालय शिफ्ट नहीं किया, केवल आयोग व निगम के कार्यालय बदले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने यह निर्णय किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने व कर्मचारी को सजा देने के लिए नहीं लिया है। इसका मकसद केवल शिमला शहर की भीड़ को कम करना है। कुल सात कार्यालयों को विभिन्न जिलों में भेजने के आदेश किए जा चुके हैं, जिनमें से एक मामले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई जारी है।
शिमला से ये कार्यालय किए स्थानांतरित
- कार्यालय का नाम, जिला जहां शिफ्ट किया
- हिप्र. भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड मुख्यालय, हमीरपुर
- कौशल विकास निगम, मंडी (सुंदरनगर)
- प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन्यप्राणी) कांगड़ा (धर्मशाला)
- हिमाचल प्रदेश रेरा कार्यालय, कांगड़ा (धर्मशाला)
- हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम, कांगड़ा (धर्मशाला)
- नशा निवारण बोर्ड, हमीरपुर
- एपी एंड टी (आर्म्ड पुलिस एंड ट्रेनिंग आफिस) की ट्रेनिंग शाखा - कांगड़ा (डरोह)
यह कोर्ट में विचाराधीन
मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश अचल भू-सम्पत्ति विनियामक प्राधिकरण (रेरा) को 13 जून 2025 के आदेश के अनुसार शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित किया गया है। लेकिन यह मामला प्रदेश उच्च न्यायालय में लंबित होने के चलते कार्यालय अभी भी शिमला से ही संचालित हो रहा है।

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