संजौली अवैध मस्जिद के बाहर सनातन विरोधियों का अर्ध पिंडदान, हिंदू संगठनों की चेतावनी ...न जागे तो नेपाल से भयानक होंगे हालात
Sanjauli Masjid Dispute शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद का मामला फिर से गरमा गया है। हिंदू संगठनों ने मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार वक्फ बोर्ड और सनातन विरोधियों का अर्ध पिंडदान किया। पिछले साल हुए आंदोलन में लाठीचार्ज के विरोध में आज के दिन को सनातन शौर्य-स्मृति एवं प्रतिकार दिवस के रूप में मनाया गया।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिमला की संजौली अवैध मस्जिद का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने आज संजौली मस्जिद के बाहर विरोध जताया और सरकार, वक्फ बोर्ड के साथ सनातन विरोधियों का अर्ध पिंडदान किया।
दरअसल आज के ही दिन पिछले साल अवैध मस्जिद के खिलाफ संजौली में बड़ा आंदोलन किया गया था, जिसमें आंदोलकारियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्च किया गया था।
उसी के विरोध में आज हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों ने पिंडदान करआज के दिन को “सनातन शौर्य-स्मृति एवं प्रतिकार दिवस”के रूप में याद किया। हिंदू संगठनों ने आज के दिन को काले दिवस के रूप में मनाया।
आयुक्त कोर्ट ठहरा चुका है मस्जिद को अवैध
पांच मंजिला संजौली मस्जिद को नगर निगम आयुक्त कोर्ट अवैध ठहरा चुका है, इसकी तीन मंजिलों को तोड़ा जा चुका है, जबकि नीचे दो मंजिल का मामला वक्फ बोर्ड जिला न्यायालय में ले गया है।
पिछले साल आज ही के दिन हुआ था भारी विरोध
पिछले साल आज ही के दिन 11 सितंबर 2024 को अवैध मस्जिद के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे थे। मामला तब उजागर हुआ जब यहां एक हिंदू लड़के को पीटा गया था। इसके बाद जांच में मस्जिद में अवैध पाई गई थी और इसे तोड़ने की मांग पर हिंदू संगठन सड़कों पर उतरे थे, जिन पर प्रशासन ने सख्ती बरती थी।
पिछले आंदोलन के डर से 11 लोगों को धरने की अनुमति
देव भूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक विजय शर्मा और मदन ठाकुर ने बताया कि जिला प्रशासन पिछले आंदोलन से डर गया, परिणामस्वरूप इस बार डिजास्टर एक्ट का हवाला देकर मात्र 11 लोगों को ही धरना देने की इजाजत दी गई।
संजौली श्मशानघाट के आधे रास्ते में किया पिंडदान
संजौली श्मशानघाट के आधे रास्ते में प्रदेश सरकार के आधे कार्यकाल और आधी अधूरी मस्जिद तोड़ने को लेकर आज श्राद्ध में अर्ध पिंडदान किया गया है, ताकि सनातन विरोधियों को अर्ध मुक्ति ही मिले।
आयुक्त कोर्ट के आदेश के विरुद्ध जाना ठीक नहीं
वहीं संघर्ष समिति के सह संयोजक मदन ठाकुर ने कहा कि नगर निगम कोर्ट के आदेश के बावजूद बक्फ बोर्ड ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है। जो सही नहीं है। हिंदू एक जुट हो चुका है। सनातन विरोधियों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार न जागी तो परिणाम नेपाल से भयानक होंगे
आज ग्यारह लोगों को प्रदर्शन के लिए इजाज़त दी गई है। लेकिन 11 की शक्ति कई गुणा होगी और हिंदुत्व का झंडा बुलंद होगा। सरकार अगर समय रहते नहीं जागी तो परिणाम नेपाल से भी भयानक होंगे।
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