हिमाचल में बारिश और भूस्खलन ने मचाई तबाही, 196 सड़कें बंद; 19 जुलाई तक इन तीन जिलों के लोग हो रहें सावधान!
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने कांगड़ा और सिरमौर में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जबकि मंडी सोलन और शिमला में येलो अलर्ट है। पिछले एक सप्ताह से वर्षा जारी है और 19 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना है। मानसून में अब तक 236.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो सामान्य से 21% अधिक है। वर्षा और भूस्खलन से प्रदेश में कई सड़कें बंद हैं।

राज्य ब्यूरो, शिमला। मौसम विभाग ने 14 जुलाई को कांगड़ा व सिरमौर में कुछ स्थानों पर आंधी के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं मंडी, सोलन और शिमला में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का यलो अलर्ट है। प्रदेश में एक सप्ताह से भारी वर्षा का क्रम रुक-रुक कर जारी है।
मौसम विभाग ने 19 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना जताई है। प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान अब तक 236.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 21 प्रतिशत अधिक है। जुलाई में अब तक सामान्य से नौ प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में दो से 8.9 डिग्री सेल्सियस का अंतर आया है।
हरिपुरधार-कुपवी सड़क पर 11 घंटे तक ठप रही आवाजाही
कुल्लू के बजौरा में तापमान में 8.9 व ताबो में सात डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। कुकुमसेरी में 8.7 व चंबा में 5.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। सिरमौर जिले के श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र के हरिपुरधार कस्बे के समीप हरिपुरधार-कुपवी मार्ग पर शनिवार रात भूस्खलन से तीन वाहन इसमें दब गए।
भूस्खलन के कारण हरिपुरधार-कुपवी सड़क पर 11 घंटे तक आवाजाही ठप रही। भूस्खलन से जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय के भवन की सुरक्षा दीवार भी चपेट में आ गई। प्रदेश में वर्षा और भूस्खलन के कारण एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 196 सड़कें बंद हैं।
मंडी में 153, कुल्लू में 17, सिरमौर में 11, कांगड़ा में 12 और ऊना में तीन सड़कें बाधित हैं। प्रदेश में 787 पेयजल योजनाएं बंद हैं, जिसमें कांगड़ा में 612 व मंडी में 175 योजनाएं शामिल हैं। प्रदेश में 73 ट्रांसफार्मर खराब हैं, जिसमें मंडी में 68 खराब हैं।
मनाली-कीरतपुर फोरलेन 28 घंटे बाद बहाल, मिली राहत
पंडोह में चार मील के पास शनिवार दोपहर करीब दो बजे मलबा गिरने के कारण बंद हुआ मनाली-कीरतपुर फोरलेन 28 घंटे के बाद रविवार शाम छह बजे बहाल हुआ। रविवार सुबह फिर मार्ग बहाली का कार्य शुरू हुआ और दोपहर करीब दो बजे बड़ी चट्टानों को हटाने के बाद वहां फंसे लोगों को पैदल निकाला गया। इसके बाद शाम को मार्ग वाहनों के लिए खोल दिया गया।
फोरलेन बंद होने के कारण 2000 से अधिक लोग मार्ग के दोनों और फंसे थे। इनमें पर्यटक वाहनों सहित 200 से अधिक बड़ी गाड़ियां थीं। मार्ग बहाल होने पर पुलिस ने वन-वे व्यवस्था कर यहां से वाहनों को आर-पार भेजा। हालांकि, बीच-बीच में पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण यातायात थोड़ी देर के लिए रोका जा रहा है।
सड़क तंग होने के कारण वन-वे करके वाहनों को यहां से निकाला जा रहा है। यहां पर मलबे के कारण सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है। थाना प्रभारी देशराज ने बताया कि मनाली-कीरतपुर फोरलेन पर वाहनों की आवाजाही जारी है।
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