Himachal News: सेक्शन लीडर आशा कुमारी और प्लाटून कमांडर रजनीश कटोच को राष्ट्रपति पदक, बिना वेतन दे रहे सेवाएं
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश गृह रक्षा विभाग की आशा कुमारी और रजनीश कटोच को राष्ट्रपति के उत्कृष्ट सेवा पदक के लिए चुना गया है। आशा कुमारी तीन दशकों से सेवा दे रही हैं जबकि रजनीश कटोच बिना वेतन के सेवाएं दे रहे हैं। दोनों ने आपदा प्रबंधन और जनकल्याण कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश गृह रक्षा व नागरिक सुरक्षा विभाग के तहत सेक्शन लीडर आशा कुमारी व अवैतनिक प्लाटून कमांडर रजनीश कटोच को उनकी बेहतरीन सेवा के लिए राष्ट्रपति के उत्कृष्ट सेवा पदक के लिए चुना गया है। इसके अलावा प्रदेश पुलिस के किसी भी अधिकारी और जवान का राष्ट्रपति पुलिस पद के लिए चयन नहीं हुआ है। गणतंत्र दिवस के बाद अब स्वतंत्रता दिवस पर भी कोई पदक नहीं मिल सका, जबकि बाकी सभी राज्यों से पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।
तीन दशक से सेवाएं दे रहीं आशा कुमारी
शिमला से संबंध रखने वाली सेक्शन लीडर आशा कुमारी गृह रक्षा व नागरिक सुरक्षा विभाग में तीन दशकों से सेवाएं प्रदान कर रही हैं। वर्ष 1991 में हिमाचल प्रदेश गृह रक्षा में स्वयंसेवक के रूप में जुड़ी आशा कुमारी ने 34 वर्षों से अधिक समय तक अपनी सेवाओं में अद्वितीय निष्ठा और प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। राज्य मुख्यालय के प्रशिक्षण शाखा में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने हमेशा उच्चतम स्तर की व्यावसायिकता, शुद्धता और निष्ठा बनाए रखी।
संवेदनशील दायित्वों को निष्ठा और जिम्मेदारी से निभाया
उन्होंने कठिन परिस्थितियों में वीवीआईपी सुरक्षा, चुनावी कर्तव्यों और कानून-व्यवस्था बनाए रखने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए होम गार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती और समन्वय में अहम भूमिका निभाई। सीमित जनशक्ति के बावजूद उन्होंने प्रशासनिक जिम्मेदारियों का कुशल प्रबंधन किया, लिपिकीय स्टाफ की देखरेख की, और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया। उनकी व्यावसायिक दक्षता न्यायालय से संबंधित मामलों और अन्य संवेदनशील दायित्वों को निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ निभाने में विशेष रूप से भूमिका लिभाई। आशा कुमारी ने अपने परिवार और विभाग को इसका श्रेय दिया है। आशा कुमारी ने न केवल हिमाचल प्रदेश होम गार्ड्स का मान बढ़ाया है, बल्कि अपने सहकर्मियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनी हैं।
प्लाटून कमांडर रजनीश कटोच बिना वेतन दे रहे सेवाएं
कुल्लू के बंजार से संबंध रखने वाले अवैतनिक प्लाटून कमांडर रजनीश कटोच ने 24 अगस्त 1992 को गृह रक्षा में स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुए। रजनीश कटोच ने बेसिक, एडवांस, फायर कोर्स मे ग्रेड-ए और लीडरशिप कोर्स सहित अनेक प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। अपने लंबे सेवाकाल में उन्होंने अनेक बचाव कार्यों, आपदा प्रबंधन कार्यक्रमों और जनकल्याण गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रजनीश कटोच को स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस परेड में उत्कृष्ट कार्य के लिए अनेक बार प्रशंसा प्रमाण पत्र प्राप्त हुए हैं।
आपदा के दौरान दी हैं बेहतरीन सेवाएं
उन्होंने चघाह नाला (मणिकर्ण घाटी) मे बादल फटने से हुई आपदा के दौरान और हिमरी पास (कलीचांग ढांक) जैसे कठिन क्षेत्रों में बचाव कार्यों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सामुदायिक आधारित आपदा जोखिम प्रबंधन परियोजना जैसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की है तथा रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यों में भी अग्रणी भूमिका निभाई है। वर्ष 2023 में उन्हें महानिदेशक-सह-कमान्डेंट जनरल, होम गार्ड्स एवं सिविल डिफेंस, हिमाचल प्रदेश द्वारा डीजी के प्रशंसा प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया।
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