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    आलू की चार नई किस्मों को मंजूरी, उत्पादन के साथ बढ़ाएंगी किसानों की आय; इन 15 राज्यों में मिलेगा बीज

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 11:44 AM (IST)

    Potato New Variety कृषि मंत्रालय ने सीपीआरआई शिमला द्वारा विकसित आलू की चार नई किस्मों - कुफरी रतन कुफरी चिपभारत-एक कुफरी चिपभारत-दो और कुफरी तेजस को मंजूरी दी है। ये किस्में किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगी और इनकी भंडारण क्षमता भी बेहतर है। इन किस्मों का बीज 15 राज्यों में उपलब्ध होगा।

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    केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला की ओर से विकसित नई किस्में। जागरण

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Potato New Variety, केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआइ) शिमला की ओर से विकसित आलू की चार नई किस्में उत्पादन के साथ किसानों की आय बढ़ाएंगी। इन सभी किस्मों के आलू की भंडारण क्षमता भी बहुत अधिक है। आलू की चार नई किस्म कुफरी रतन, कुफरी चिपभारत-एक, कुफरी चिपभारत-दो और कुफरी तेजस को कृषि मंत्रालय ने मंजूरी देने के साथ अधिसूचित कर दिया है।

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    देश के 15 राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड के मैदानी, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में इनका बीज उपलब्ध होगा।

    सीपीआरआइ के निदेशक डा. ब्रजेश सिंह ने कहा कि विज्ञानियों की उपलब्धि आलू क्षेत्र को नई दिशा देगी। सीपीआरआइ अब तक आलू की 80 किस्मों को विकसित कर चुका है। सीपीआरआइ की स्थापना 1949 में हुई थी और 1956 में इसके मुख्यालय की स्थापना शिमला में की गई। आलू की सबसे पहली किस्म 1952 में कुफरी किसान विकसित की थी। कुफरी चिपभारत-एक व कुफरी चिपभारत-दो लाइसेंस पर कंपनियों और उद्योगों को मिलेंगी। 

    आय में वृद्धि का अच्छा साधन : डॉ. आलोक

    सीपीआरआइ शिमला के प्रमुख सामाजिक विज्ञानी डा. आलोक कुमार ने बताया कि किसानों को उच्च उपज देने वाली और जलवायु-अनुकूल विकल्प प्रदान किया है। इनसे देश के विविध आलू उत्पादक क्षेत्रों में फसल उत्पादकता और कृषि आय में वृद्धि होने का एक अच्छा साधन है। 

    क्या हैं विशेषताएं

    • कुफरी रतन 

    उत्तर भारतीय मैदानी व पठारी क्षेत्रों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड के मैदान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 90 दिन में तैयार हो जाएगी। यह उच्च उपज 37-39 टन प्रति हेक्टेयर वाली लाल छिलके वाली खाने योग्य आलू की किस्म है। 

    कुफरी तेजस

    कुफरी तेजस एक ताप सहनशील 90 दिन में तैयार होने वाली और उच्च उपज 37-40 टन प्रति हेक्टेयर वाली खाने योग्य आलू की किस्म है। इसे हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड (प्रारंभिक मौसम), मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र (मुख्य मौसम) में तैयार किया जा सकेगा। सफेद क्रीम, अंडाकार कंद वाली इस किस्म की भंडारण क्षमता बहुत अच्छी है।

    कुफरी चिपभारत-एक

    कुफरी चिपभारत-एक 100 दिन में तैयार होने वाली उच्च उपज 35-38 टन प्रति हेक्टेयर चिप प्रसंस्करण आलू किस्म है। इसे मुख्य मौसम में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना व तमिलनाडु में तैयार किया जा सकेगा। सफेद क्रीम, गोल कंद वाली यह किस्म है।

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    कुफरी चिपभारत-दो

    कुफरी चिपभारत-2 90 दिन में तैयार होने वाली उच्च उपज 35-37 टन प्रति हेक्टेयर चिप्स प्रसंस्करण आलू किस्म है। इसे मुख्य मौसम में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में तैयार किया जा सकेगा। सफेद क्रीम, अंडाकार कंद वाली यह किस्म है।

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