Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Shimla News: बारिश से पहले नगर निगम शिमला सुधारेगा शहर की निकासी प्रणाली, सरकार से मिली स्वीकृति

    नगर निगम शिमला (Municipal Corporation Shimla) जल्द ही लोगों को बारिश के कहर से राहत दिलवाएगा। दरअसल बारिश के समय नालों और नालियों में पानी भर जाने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं नगर निगम ने 166 करोड़ रुपये का नया ड्रेनेज सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट तैयार किया था जिसको प्रशासन की ओर से मंजूरी मिल गई है।

    By Jagran News Edited By: Deepak Saxena Updated: Sun, 26 May 2024 02:48 PM (IST)
    Hero Image
    बारिश से पहले नगर निगम शिमला सुधारेगा शहर की निकासी प्रणाली (फाइल फोटो)।

    जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी के लोगों को बरसात के कहर से बचाने के लिए नगर निगम प्रशासन आचार संहिता खत्म होते ही शहर की निकासी प्रणाली सुधारेगा। इसके लिए 60 से अधिक मजदूर आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। इन्हें शहर के सभी नालों व नालियों को खोलने का जिम्मा सौंपा जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गत बरसात की तरह इस बार भी शहर में नुकसान न हो, इसके लिए निगम प्रशासन ने इस साल के शुरू में ही 166 करोड़ रुपये का नया ड्रेनेज सिस्सटम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट तैयार किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत पूरे शहर में नया ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जाएगा। इसका पूरा प्लान तैयार कर निगम प्रशासन ने प्रदेश सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा है।

    चुनाव आचार संहिता के चलते रुकी अन्य औपचारिकताएं

    चुनाव आचार संहिता लागू होने से इसकी सैद्धांतिक स्वीकृति तो मिल गई है लेकिन इसकी फंडिंग और अन्य औपचारिकताएं पूरी नहीं हो रही हैं। शहर में बरसात जून के अंत में शुरू हो जाएगी और जून के शुरू में आचार संहिता खत्म होगी। ऐसे में एक माह में इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारना निगम प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा। इसलिए प्रशासन ने अभी फौरी तौर पर बरसात से पहले सभी नालों को साफ करने के लिए आउटसोर्स पर कर्मचारी रखने का निर्णय लिया है।

    ये भी पढ़ें: Himachal News: 'केवल भाजपा कर सकती है मंडी का विकास...' कंगना बोलीं- प्रधानमंत्री हिमाचल को मानते हैं अपना घर

    20 तक सभी नाले होंगे साफ

    नगर निगम प्रशासन ने शहर के सभी नालों को साफ करने के लिए प्लान तैयार किया है। आचार संहिता खत्म होते ही आउटसोर्स पर मजदूर रखे जाएंगे। उन्हें हर दिन दो-तीन नालों को साफ करने का लक्ष्य दिया जाएगा। बरसात से पहले सभी नालों को साफ कर दिया जाएगा। गत बरसात में नाले बंद होने से शहर में अधिक नुकसान हुआ था।

    ये भी पढ़ें: Rahul Gandhi: 'बीजेपी संविधान को तोड़ने पर उतारू ', नाहन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर बोला हमला