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    Himachal Rain: हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही, कीरतपुर-मनाली फोरलेन 9 मील यातायात के लिए बंद

    Updated: Tue, 05 Aug 2025 10:18 AM (IST)

    मंडी जिले में भारी वर्षा ने तबाही मचाई है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन भूस्खलन के कारण 9 मील में बंद हो गया है और बल्ह घाटी जलमग्न हो गई है। कई गांवों में पानी भरने से लोग परेशान हैं और प्रशासन राहत कार्य में जुटा है। बल्ह घाटी की खड्डों में जलस्तर बढ़ने से पुलों पर खतरा मंडरा रहा है।

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    हिमाचल में भारी वर्षा और भूस्खलन से तबाही (जागरण फोटो)

    जागरण संवाददाता, मंडी। मंडी जिला में सोमवार देर शाम से जारी भारी वर्षा ने तबाही मचा दी है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन 9 मील में भूस्खलन की चपेट में आ गया है और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

    वहीं, बल्ह घाटी जलमग्न हो गई है। कई गांवों में पानी भर जाने से लोग घबराए हुए हैं। प्रशासन की टीम राहत कार्य में जुटी है, परन्तु लगातार वर्षा से स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

    कीरतपुर-मनाली फोरलेन 9 मील में बंद

    लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण मंडी जिले में कीरतपुर-मनाली फोरलेन का 9 मील क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में आ गया है। सड़क पर जगह-जगह मलबा आ गया है और कई स्थानों पर दरारें पड़ चुकी हैं। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं।

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    फोरलेन का यह हिस्सा पहले भी संवेदनशील माना गया है, परंतु इस बार स्थिति ज्यादा भयावह हो गई है। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से मार्ग को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है।

    बल्ह घाटी जलमग्न, खेतों और घरों में घुसा पानी

    बल्ह घाटी में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। खेत, बगीचे और घर जलमग्न हो गए हैं। कुछ गांवों में तो घरों के अंदर तक पानी भर गया है।

    फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है और कई पशु भी बह जाने की आशंका है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत राहत और पुनर्वास की मांग की है। बिजली और जलापूर्ति भी ठप हो गई है जिससे आमजन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

    सुकेती, कंसा और लोहारड़ी खड्ड में उफान, पुलों पर खतरा

    वर्षा से बल्ह घाटी की प्रमुख खड्डों – सुकेती, कंसा और लोहारड़ी – में जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इन खड्डों पर बने पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क मुख्य मार्गों से टूट गया है। प्रशासन ने इन खड्डों के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

    पंडोह की ज्यूणी खड्ड में आई बाढ़ से दहशत का माहौल

    पंडोह क्षेत्र की ज्यूणी खड्ड में आई अचानक बाढ़ ने स्थानीय लोगों को डरा दिया है। देर रात खड्ड में जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया और किनारे बसे कई घरों में पानी घुस गया।

    लोगों ने छतों पर शरण ली और आपातकालीन सहायता का इंतजार करते रहे। हालांकि प्रशासन ने समय रहते कुछ परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, परंतु नुकसान का आकलन अभी बाकी है।

    थुनाग में रातभर जागते रहे लोग, घरों से निकले बाहर

    थुनाग क्षेत्र में भारी वर्षा के चलते जमीन खिसकने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। लोग डर के मारे रातभर नहीं सो पाए और कई परिवार घरों से बाहर खुले में सोने को मजबूर हुए। नालों और खड्डों में उफान ने खतरे को और बढ़ा दिया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन से स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सहायता की मांग की है।