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    Shimla Kalka Railway : पांच दिन ट्रेन से शिमला नहीं पहुंच सकेंगे पर्यटक, बरसात में चरमराए धरोहर ट्रैक की होगी मरम्मत

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 05:08 PM (IST)

    Shimla Kalka Railway शिमला-कालका रेललाइन 11 से 15 जुलाई तक मरम्मत के लिए बंद रहेगी। इस दौरान ट्रेनें तारादेवी स्टेशन तक ही चलेंगी शिमला तक नहीं। पुल की मरम्मत के कारण यह फैसला लिया गया है। पहले भी इस ट्रैक पर मरम्मत हुई थी। 16 जुलाई से रेल सेवा सामान्य हो जाएगी। 2023 में भारी बारिश से ट्रैक को नुकसान पहुंचा था

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    शिमला कालका रेल लाइन से गुजरती ट्रेन।

    जागरण संवाददाता, शिमल। Shimla Kalka Railway, ऐतिहासिक धरोहर शिमला-कालका रेललाइन पर अब पांच दिन फिर से मरम्मत कार्य होगा। इस दौरान शिमला के लिए कोई भी रेलगाड़ी नहीं आएंगी। 11 जुलाई से शिमला के लिए ट्रेन आना बंद हो जाएगी और 15 जुलाई तक बंद रहेगी। इस दौरान सभी ट्रेने तारादेवी रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगी।

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    16 जुलाई से फिर से रेल की आवाजाही शिमला रेलवे स्टेशन तक शुरू होगी। इस दौरान पुल की मरम्मत का काम किया जाना है। इसलिए अब ट्रेन शिमला तक नहीं आएगी। मई में भी यहां पर मरम्मत का काम किया गया था। अब फिर से यहां पर पुल की मरम्मत का काम किया जाना है। तारादेवी से शिमला की दूरी करीब 6.7 किलोमीटर है और करीब यहां सड़क से 17 मिनट में पहुंचा जा सकता है। इस ट्रैक पर आठ ट्रेनें आती हैं।

    निरीक्षण के बाद 14 दिन के लिए बंद किया था ट्रैक

    दिल्ली की टीम ने इस ट्रैक का निरीक्षण किया था। इसके बाद रेलवे विभाग ने इस ट्रेन को पहले 14 दिन के लिए बंद किया गया था। अब इसे पांच दिन के लिए बंद किया जा रहा है। समरहिल के पास दो साल पहले पटरी के नीचे नाला बन गया था । पटरी को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था। इसके बाद अब रेलवे विभाग को हर साल बरसात से पहले पुल का मरम्मत कार्य करना पड़ता है, ताकि भारी बारिश में संभावित दुर्घटना की आशंका को टाला जा सका। ट्रेन में इन दिनों 60 से 65 प्रतिशत बुकिंग चल रही थी।

    2023 में पटरी के नीचे बन गया था नाला

    14 अगस्त 2023 को भारी वर्षा के कारण समरहिल के शिव बावड़ी के पास बड़ा हादसा हुआ था। एडवांस्ड स्टडीज के पास से भूस्खलन हुआ था। इस कारण 40 मीटर तक रेल ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह गई थी और नाला बन गया था। इसके बाद मलबा शिव बावड़ी मंदिर को बहा ले गया था। हादसे में 20 लोगों की मौत हुई थी। रेलवे ने यहां पर 40 मीटर लंबे लोहे के पुल का निर्माण किया है। इस पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अब रेलवे पुल को कंक्रीट से पक्का कर रहा है।

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