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    Shimla News: आखिर सुलझ ही गया जाखू मंदिर के एस्कलेटर का मसला, अब नहीं बंद होगा संचालन

    Updated: Mon, 01 Apr 2024 05:14 PM (IST)

    शिमला के जाखू मंदिर (Shimla Jakhu Temple Escalator) में लगे एस्केलेटर का मसला आखिरकार सुलझ गया है। चार दिन पहले बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने कनेक्शन काट दिया था। क्योंकि मीटर नगर निगम प्रशासन के नाम पर लगा है इसलिए इस बार बिजली के बिल का भुगतान नगर निगम करेगा। हालांकि भविष्य में इसकी जिम्मेदारी रोपवे ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की होगी।

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    जाखू मंदिर के एस्कलेटर का मसला सुलझा, फिर शुरू होगा संचालन

    जागरण संवाददाता, शिमला। जाखू मंदिर में लगे एस्केलेटर के बिजली मीटर का मसला अब सुलझ गया है। चार दिन पहले राज्य बिजली बोर्ड ने एस्केलेटर चलाने के लिए दिया बिजली कनेक्शन काट दिया था। इससे एस्केलेटर बंद हो गया था। अब नगर निगम प्रशासन के नाम पर मीटर लगा है। इसलिए निगम प्रशासन सिक्योरिटी राशि जमा करवाएगा। भविष्य में जो भी बिल आएंगे, उसकी जिम्मेदारी रोपवे ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की होगी।

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    इसके लिए नगर निगम को अभी सिक्योरिटी राशि दो लाख 20 हजार रुपये जमा करवाने होंगे। हालांकि, पहले यह राशि 88 हजार रुपये बताई जा रही थी। अब इसकी सिक्योरिटी को रिवाइज किया गया है। नगर निगम प्रशासन ने राशि जमा करवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। शहर में देशभर से आने वाले पर्यटकों व स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए जाखू मंदिर में एस्केलेटर लगाया है।

    बिजली बोर्ड ने काटा एस्केलेटर का कनेक्शन

    बिजली बोर्ड ने शुक्रवार को एस्केलेटर का कनेक्शन काट दिया था। बिजली बोर्ड ने तर्क दिया था कि बिजली मीटर लगाने के लिए सिक्योरिटी राशि जमा न होने पर कनेक्शन काटा है। इसके लिए सिक्योरिटी राशि अभी तक किसी ने जमा नहीं करवाई है। एस्केलेटर चलाने के लिए बिजली कनेक्शन लेने का आवेदन किया था। बिजली बोर्ड ने कनेक्शन लगाने की औपचारिकताएं पूरी कर दी थीं।

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    अब एस्केलेटर को चलाने के लिए बिजली कनेक्शन लगाने के लिए सिक्योरिटी राशि का भुगतान कौन करेगा, इस पर स्थिति साफ नहीं थी। राज्य बिजली बोर्ड की ओर से इसे शुरू कर दिया था, लेकिन 10 से 15 दिन के बावजूद किसी ने इसकी सिक्योरिटी राशि जमा नहीं करवाई थी। इस कारण बोर्ड अधिकारियों ने बिजली की सप्लाई बंद कर दी थी।

    हालांकि, सरकार के कहने पर बोर्ड के अधिकारियों ने शनिवार से एस्केलेटर चलाना शुरू तो कर दिया है, लेकिन उस समय तक मामले की उलझन दूर नहीं थी। सोमवार को नगर निगम के आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने ने इस मसले पर अधिकारियों से मंजूरी लेने के बाद सिक्योरिटी राशि जमा करवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य बिजली बोर्ड ने प्रशासन को इस मसले पर कोई निर्णय लेने का अल्टीमेटम दिया था। इस दौरान तक यदि प्रशासन की ओर से फैसला नहीं लिया जाता तो मंगलवार को फिर से बिजली का कनेक्शन काटा जा सकता था।