Himachal Weather: सूखे से राहत मिलने की जगी उम्मीद, 23 से हो सकती है बारिश और बर्फबारी; ठंड से बीमारी की चपेट में लोग
हिमाचल प्रदेश में लगभग पौने तीन माह से जारी सूखे से राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार 23 और 24 दिसंबर को ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और निचले हिमाचल में वर्षा हो सकती है। इस खबर में हिमाचल प्रदेश के मौसम का पूर्वानुमान तापमान में गिरावट शीतलहर की चेतावनी और भूकंप के झटकों की जानकारी दी गई है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश में लगभग पौने तीन माह से जारी सूखे से राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। मौसम विभाग के अनुसार 23 व 24 दिसंबर को ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और निचले हिमाचल में वर्षा हो सकती है।
प्रदेश में अक्टूबर से वर्षा नहीं हुई है। इस कारण 55 प्रतिशत क्षेत्र में रबी की फसलों की बुआई नहीं हो सकी है। शुष्क ठंड से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
23 दिसंबर से सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ से किसान, बागवानों व आम जनता को राहत मिल सकती है। इन दिनों समूचा प्रदेश ठंड की चपेट में है। पहाड़ों के साथ मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया जा रहा है।
पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। विभाग ने चंबा, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा व मंडी के कुछ हिस्सों में सात दिन के लिए शीतलहर का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
ताबो सबसे ठंडा पर कांगड़ा और बिलासपुर से गर्म
प्रदेश में वीरवार को सबसे कम तापमान लाहुल स्पीति जिले के ताबो में -8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि वहां दिन का तापमान 4.6 डिग्री की वृद्धि के साथ 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा। हैरत की बात है कि ताबो का अधिकतम तापमान कांगड़ा के 21, बिलासपुर 20.3 और हमीरपुर 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।
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मंडी, बिलासपुर व कुल्लू में भूकंप के झटके
मंडी, बिलासपुर व कुल्लू जिले में वीरवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटके शाम 5:25 बजे आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फार सिस्मालाजी के अनुसार इसका केंद्र मंडी में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था।
हालांकि भूकंप के कारण कहीं से किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। मंडी के करसोग में भूकंप के झटके लगने के बाद लोग डर कर घरों के बाहर निकल आए।
कड़ाके की ठंड में अलाव का सहारा
जिला हमीरपुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कड़ाके की ठंड में लोगों को आग का सहारा लेने के लिए मजबूर कर दिया है। इस सर्दी के साथ कोहरा भी अपना असर दिखा रहा है। सुबह होते ही ग्रामीण क्षेत्र कोहरे की चादर से ढक जा रहे हैं। लोग ठंड से बचने के लिए सुबह-शाम अलाव का सहारा ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि वर्षा नहीं हुई है, लेकिन कड़ाके की ठंड ने बेहाल कर दिया है। सूखी ठंड के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है।
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