Himachal Weather: आफत की बरसात से हिमाचल में 700 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान, 78 की मौत; ड्रोन-सेटेलाइट से होगा सर्वे
Himachal Weather हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान हुई तबाही का जायजा ड्रोन और सैटेलाइट से लिया जाएगा। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी कुल्लू चंबा और रामपुर में हुए नुकसान का आकलन करेगा। अभी तक 78 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 37 लापता हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से विशेष सहायता की अपील की है।

यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। हिमाचल में मानसून के दौरान आई प्राकृतिक आपदा का सर्वेक्षण ड्रोन व सेटेलाइट से करवाया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी, कुल्लू, चंबा और रामपुर में हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। मौसम के खुलते ही ड्रोन से सर्वे करने का निर्देश है, ताकि रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा मिल सके। अभी तक लोक निर्माण और जल शक्ति विभाग के नुकसान का डाटा आया है। वह भी अपडेट हो रहा है। अन्य विभागों का डाटा आना शेष है।
प्रदेश में कुछ स्थानों पर 20 जून को मानसून ने प्रवेश किया और कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए। अभी तक कुल 78 लोगों की मौत हो चुकी है। 700 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान है, जिसमें से 570 करोड़ रुपये का आकलन कर भी लिया है। जिलों से रिपोर्टें आ रही हैं।
शाह से हुई है विशेष सहायता के लिए बात
केंद्र से विशेष सहायता के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है। प्रदेश की स्थिति को उनके समक्ष रखा है। हालात इतने खराब हैं कि सेना को मदद के लिए हेलीकाप्टर के साथ उतरना पड़ा है।
मानसून के दौरान हुए नुकसान को लेकर ड्रोन से सर्वे किया जाएगा। इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। मौसम के खुलते ही ड्रोन से सर्वे होगा।
-डीसी राणा, विशेष सचिव एवं निदेशक राज्य आपदा प्रबंधन।
मानसून के दौरान अब तक किए नुकसान का आकलन
कुल मौत 47
बादल फटने से मौत 14
बाढ़ से मौत 8
डूबने से मौत 8
गिरने से मौत 6
अन्य कारण 11
लापता लोग 37
पशुओं की मौत 253
मकानों को नुकसान 112
दुकानों को नुकसान 21
पशुशालाओं को नुकसान 213
पीडब्लयूडी को नुकसान 260 करोड़
जल शक्ति को नुकसान 302.66
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